चार्जिंग के दौरान इलेक्ट्रिक स्कूटर में शॉर्ट सर्किट, आग में झुलसकर बुजुर्ग दंपति की मौत
आगरा में मंगलवार सुबह एक घर में चार्जिंग पर लगी इलेक्ट्रिक स्कूटी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। इस हादसे में बुजुर्ग दंपत्ति की झुलसकर मौत हो गई। उधर, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई।

यूपी के आगरा में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। घर में चार्जिंग पर लगी इलेक्ट्रिक स्कूटी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। इस हादसे में बुजुर्ग दंपत्ति की झुलसकर मौत हो गई। उधर, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई। वहीं, इस घटना से परिवार में मातम पसर गया।
ये घटना जगदीशपुरा के लक्ष्मी नगर का है। जहां सोमवार रात चार्जिंग पर लगी ई-स्कूटी में तेज धमाके से आग लग गई। भूतल पर सो रहे 94 वर्षीय भगवती प्रसाद और उनकी पत्नी उर्मिला देवी (89) जिंदा जल गए। नातिनी काव्या ने भागकर अपनी जान बचाई, हालांकि उसके बाल झुलस गए। पहली मंजिल पर सो रहा बेटा प्रमोद अग्रवाल परिवार सहित छत से कूदकर निकला। पड़ोसियों की मदद से आग पर काबू पाया गया।
घटना रात करीब ढाई बजे की है। प्रमोद अग्रवाल की थाने के पास ही परचून की दुकान है। उनके दो बच्चे हैं। बेटा मयंक अग्रवाल और बेटी काव्या अग्रवाल। बेटी काव्या बीटेक कर रही है। प्रमोद अग्रवाल ने बताया कि रात करीब ढाई बजे जोरदार धमाका हुआ। नीचे धुआं और आग देखकर वह घबरा गए। सीढ़ियां जल रही थीं, इसलिए परिवार को लेकर छत से पड़ोसी के घर कूदे। वहीं से सिलेंडर और पंप मंगवाकर पानी डालकर आग बुझाई गई। इस बीच बुजुर्ग दंपत्ति को बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिए। प्रमोद ने बताया, काव्या की नींद आग से खुली। उसके बाल जल गए। वह चीखते हुए ऊपर भागी और छत से पड़ोसी के घर पहुंची। उसकी चीख सुनकर ही बाकी परिवार जागा।
रात को हुए दो धमाके
घर वालों और पड़ोसियों ने बताया कि रात को दो तेज धमाके हुए थे। स्कूटी बेटे मयंक के नाम पर थी। पुलिस का मानना है कि बैटरी फटने से धमाका हुआ और आग लग गई।
कमरे में ही रखी थी स्कूटी
पुलिस ने बताया कि स्कूटी उसी कमरे में चार्ज हो रही थी, जिसमें काव्या अपने दादा-दादी के साथ सो रही थी। अगर स्कूटी बाहर होती तो नुकसान इतना बड़ा नहीं होता।
चार्जर खराब होने से बढ़ता खतरा
ई-स्कूटी इंजीनियर ईशाक ने कहा कि खराब चार्जर से आग लगने की घटनाएं होती हैं। कंपनी की जांच के बिना चार्जर की खराबी पता नहीं चलती। लोकल चार्जर कभी न लें। स्कूटी को जितनी देर चार्जिंग के लिए बताया गया हो, उतनी ही देर चार्ज करें और चार्जिंग हमेशा खुली जगह पर करें।





