छात्रों की अपार आईडी बनाने में निजी व सीअीएसई स्कूल फिसड्डी
Shamli News - जनपद में छात्रों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी की गति धीमी है। सरकारी स्कूलों में 80% छात्रों की अपार आईडी बन गई है, जबकि वित्तीय सहायता प्राप्त स्कूलों में 65% और निजी...

जनपद में छात्रों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी की गति धीमी चल रही है। माध्यमिक स्कूलों के छात्र छात्राओं की अपार आईडी की बात जाए तो जिले में यूपी बोर्ड के वित्तविहीन स्कूल एवं सीबीएसई स्कूल सबसे पीछे चल रहे है। जिला विद्यालय निरीक्षक के मुताबिक राजकीय स्कूल अपार आईडी में सबसे आगे है। जिविनि ने वित्त विहीन एवं सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्यों को इस पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए है। शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर हर छात्र की अपार आईडी बनाने के निर्देश दिद गए है। इसके तहत निजी व सरकारी विद्यालयों में छात्रों की अपार आईडी बनाने का काम चल रहा है, लेकिन जनपद के निजी स्कूल इसे गंभीरता से नहीं ले रहे है। दूसरे तकनीकी दिक्क्त भी इसकी राह में बाधा बन रही है। अपार आईडी बनाने में विद्यार्थियों के यू डायस, आधार कार्ड व विद्यायल का एसआर रजिस्टर पर उपलब्ध डाटा मैच नहीं कर रहा है। इस कारण अपार आईडी जेनरेट नहीं हो पा रही है। माध्यमिक स्कूलों की समीक्षा की गई। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि जनपद में राजकीय माध्यमिक स्कूलों में 80 फीसदी छात्रों की अपार आईडी का काम पूरा हो गया है। जिले में 22 राजकीय माध्यमिक स्कूल है। इन स्कूलों में केवल तकनीकी खामियों वाले मामले अभी नहीं हुए है। जबकि वित्तीय सहायता प्राप्त 30 स्कूल हैञ इनमें 65 फीसदी काम पूरा हो गया है, जबकि यूपी बोर्ड के निजी स्कूलों में 30 फीसदी एवं सीबएसई में 15 से 20 फीसदी काम हुआ है।
बोर्ड परीक्षाओं के कारण भी काम प्रभावित
सीबीएसई एवं यूपीबोर्ड परीक्षाएं भी प्रारंभ होने वाली है। बोर्ड परीक्षा की तैयारियों, प्रयोगात्मक परीक्षा व पाठ्यक्रम पूरा किया जा रहा है। 24 फरवरी से यूपी बोर्ड परीक्षा है। जबकि सीबीएसई की परीक्षा 15 फरवरी से प्रारंभ है। अपार आईडी बनाने के दबाव से बोर्ड परीक्षा दोनों एक साथ करने से कार्य प्रभावित हो रहा है।
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