कोरोना वायरस: चीन के बुहान में फंसे कुडाना के चार युवक आज आ सकते हैं भारत
कोरोना वायरस का कहर झेल रहे चीन में फंसे भारतीयों के परिजन इतने चिंतित हैं कि वे हर हाल में अपनों को भारत या फिर अपने घर में देखना चाहते हैं। शामली जनपद के कुडाना गांव के चार युवक तो उस युवान शहर में...
कोरोना वायरस का कहर झेल रहे चीन में फंसे भारतीयों के परिजन इतने चिंतित हैं कि वे हर हाल में अपनों को भारत या फिर अपने घर में देखना चाहते हैं। शामली जनपद के कुडाना गांव के चार युवक तो उस युवान शहर में फंसे हुए हैं जहां इस वायरस का सबसे अधिक प्रकोप है। राहत की बात यह है कि दिल्ली से एयर इंडिया का जम्बो विमान वुहान के लिये उड चुका है तथा उम्मीद है कि इस पहली ही फ्लाईट में कुडाना के चारों युवक हरियाणा के मानेसर स्थित केंप में पहुंच जायेंगे। ये चारों युवक वहां योग शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं जबकि चीन के शंघाई व अन्य शहरों में शामली के करीब एक दर्जन युवक योग शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार जनपद के कुडाना गांव के कुलदीप पुत्र ब्रजवीर, विकास पुत्र बाबूराम, रोहित पुत्र कालूराम व कुलदीप पुत्र वेदपाल चीन के वुहान शहर में कई सालों से योग शिक्षक के रूप में नौकरी कर रहे हैं। चंद दिन पहले तक सबकुछ ठीक चल रहा था कि अचानक चीन में कोरोना वायरस के कहर ने सभी को मुसीबत में डाल दिया है। बताया जाता है कि इनके अलावा शंघाई में गांव का धमेन्द्र मलिक और बीजिंग में भी जनपद के कई युवक नौकरी कर रहे हैं जिनके घर वाले भी उनकी वतन वापसी को लेकर चिंतित हैं।
हालांकि शंघाई और बीजिंग में इस वायरस का इतना प्रकोप नहीं है जबकि वुहान शहर पूरा इसकी चपेट में बताया जा रहा है। वुहान में फंसे चारों युवकों के परिजन लगातार उनके संपर्क में हैं और उनकी जल्द घर वापसी की दुआ कर रहे हैं। बताया जाता है कि दिल्ली से एयर इंडिया का जम्बो 747 विमान वुहान शहर के लिये उड़ान भर चुका है और उम्मीद है कि शनिवार को किसी भी समय उनकी वतन वापसी हो सकती है। शुक्रवार की सुबह इन युवकों ने परिजनों को भी अवगत कराया है कि उन्हें सूचना दी गई है कि भारत से उन्हें निकालने के लिये विमान आ रहा है।
बुहान से लाकर मानेसर में रखे जाएंगे युवक
शामली। वुहान से भारत लाये जा रहे लोगों को रखने के लिये सेना ने हरियाणा के मानेसर में व्यवस्था की है। यहां इन्हें एक सप्ताह तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जायेगा। यदि किसी के भीतर वायरस की पुरिूटी होती है तो दिल्ली कैटोमेंट के बेस अस्पताल में अलग वार्ड में रखा जायेगा। इतना ही नहीं एयरपोर्ट पहुंचते ही आम्र्ड फोर्स मेडिकल सर्विस और एयरपोर्ट हेल्थ ऑथरटी की ज्वाइंट टीम इनकी जांच शुरू कर देगी।
शंघाई में रहने वाले दो युवक पहले ही आ गए हैं भारत
शामली। जनपद के कुडाना गांव की ही निवासी राहुल पुत्र सुखपाल व बागपत जनपद के शेरपुर लुहारा गांव का रहने वाला अनुज चिकारा करीब एक सप्ताह पहले ही अपने गांव लौट चुके हैं जिसके चलते उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है। राहुल ने बताया कि हालाकि शंघाई में कोरोना वायरस का इतना प्रकोप नहीं था मगर फिर भी पूरे चीने में दहशत बनी हुई है। वहां का वुहान शहर इससे सबसे अधिक प्रभावित है और अधिकतर लोगों की मौत वहीं हुई हैं।