यमुना के तेज बहाव में तटबंध बहा, साल्हापुर में खेतों में पानी घुसा
पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से भड़ी व साल्हापुर में सैकड़ों बीघा गन्ने की फसल नष्ट हो गयी। यमुना नदी का पानी तटबंधों को तोड़कर खेतों में घुस गया। साल्हापुर...
पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से भड़ी व साल्हापुर में सैकड़ों बीघा गन्ने की फसल नष्ट हो गयी। यमुना नदी का पानी तटबंधों को तोड़कर खेतों में घुस गया। साल्हापुर में निर्माणधीन तटबंध भी बह गये। ग्रामीणों में बाढ़़ का खतरा बना हुआ है।
चौसाना के गांव लक्ष्मीपुरा,भतफाबाद,भरतपूरी,सुन्दरनगर,ऊदपुर,सकौती,मंगलौरा,नाईनंगला,साल्हापुर यमुना नदी के किनारे पर बसा हुआ है। जलस्तर बढ़ने के कारण सभी गावों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। हथनीकुंड बैराज से शनिवार को छह लाख ग्यारह हजार क्यूसेक पानी छोडा गया था। जानकारी के अनुसार हथनीकुंड बैराज के सभी अटठारह गेट को खोल दिया गया। जिससे आने वाले समय से अधिक पानी आने की आशंका बनी हुई है। साल्हापुर व भडी में गन्ने की फसल को काफी नुकसान हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि साल्हापुर में तटबंध संख्या 06 से 9 के बीच तटबंधों का निर्माण किया जा रहा था लेकिन जलस्तर के बढ़ने के कारण दो महीनों से बनाई जा रही सभी तटबंध पानी के तेज बहाव में बह गई। इसके बाद तटबंध के निर्माण में लगे मजदूर वहां से चले गए। ग्रामीणों ने बताया कि देर रात से लगातार पानी का जलस्तर बढ़ रहा है और ग्रामीण आशंका में जी रहे है।
डेनेज विभाग के जेई अशोक कुमार का कहना है कि रविवार की शाम को पांच बजे हथनीकुंड बैराज से 1 लाख पन्द्रह हजार क्यसेक पानी छोडा गया हैं। शामली के सभी गांव खतरे से बाहर है।