Dinesh Sharma Advocates for Waqf Bill to Empower Muslims Amid Opposition Claims वक्फ बिल मुस्लिमों के विरोध को नहीं बल्कि सशक्तिकरण को लाया गया : दिनेश , Shamli Hindi News - Hindustan
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वक्फ बिल मुस्लिमों के विरोध को नहीं बल्कि सशक्तिकरण को लाया गया : दिनेश

Shamli News - पूर्व डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि वक्फ बिल मुस्लिमों के सशक्तिकरण के लिए है, जबकि विपक्ष इसके खिलाफ प्रचार कर रहा है। उन्होंने गरीब, तलाकशुदा और विधवा मुस्लिम महिलाओं के उत्थान की बात की।...

Newswrap हिन्दुस्तान, शामलीSun, 6 April 2025 12:29 AM
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वक्फ बिल मुस्लिमों के विरोध को नहीं बल्कि सशक्तिकरण को लाया गया : दिनेश

शामली। पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि वक्त बिल मुसलमानों के सशक्तिकरण के लिए लाया गया है, लेकिन विपक्ष वक्फ बिल मुस्लिमों के विरोध में होने का प्रचार का मुसलमानों को बहकाने का काम कर रहा है। इससे मुस्लिम वर्ग विधवा या तलाकशुदा महिलाओं और गरीब वंचित तबके के लोगों को फायदा पहुंचेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री से ‘वन नेशन-वन इलेक्शन बिल लाने पर बल दिया। पूर्व डिटी सीएम डा. दिनेश शर्मा शनिवार को भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय महामंत्री अंकित गोयल के कमला कालोनी स्थित आवास पर पहुंचे, जहां उनका उद्यमियों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि वक्फ बिल भारत के इतिहास में गरीब तबके, पिछड़ा मुस्लिम, तलाकशुदा महिलाएं, वृद्धा या विधवा महिलाएं, वंचित मुस्लिम चाहे बोहरा समाज, आगा खानी, अहमदिया, शिया हो या सुन्नी हों, सभी के समाज उत्थान की मूल भावना जो वक्फ की होती है, हॉस्पिटल, धर्मशाला या सराय बने, उनकी मस्जिद, इमाबाड़ा, दरगाह भी बने तो कोई ऐतराज नहीं। भारत में पूरी दुनिया का सबसे बड़ा वक्फ है, लेकिन इसकी आमदनी केवल 163 करोड़ रुपए और उसमें से समाज की भलाई के लिए न तो वजीफा दिया, न ही विधवा, तलाकशुदा महिलाओं को किसी प्रकार की और सुविधाएं दी गई।

उन्होंने वर्तमान राज्यपाल और राजीव गांधी सरकार में पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरिफ मौहम्मद खान के शाहबानो केस में असहमति जताते हुए इस्तीफा दिए जाने की घटना की भी चर्चा की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सोच के कारण ही अल्पसंख्यक (मुस्लिम) को न तो उसकी संपत्ति का उपयोग करने का अधिकार मिल पाया और न ही उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक उत्थान का कोई प्रयत्न किसी भी सरकार ने किया है। पीएम मोदी ने इनका तुष्टिकरण नहीं किया है, लेकिन इनके सशक्तिकरण, संतुष्टिकरण के लिए इस प्रकार का अध्यादेश आया है।

उन्होंने दावा किया कि वक्फ बिल का सबसे ज्यादा स्वागत अगर कहीं हुआ है तो मुस्लिम वर्ग की महिलाओं, विधवा या तलाकशुदा महिलाओं और गरीब वंचित तबके के मुस्लिमों द्वारा किया गया है। यह किसी भी मुस्लिम के विरोध में नहीं बल्कि उनके सशक्तिकरण का बिल है। उन्होंने केन्द्र सरकार से आशा जतायी कि जल्द ही ‘‘वन नेशन-वन इलेक्शन का बिल लाए, जिससे देश का अपव्यय बच सके। इस अवसर पर एमएलसी मोहित बेनीवाल, वीरेन्द्र सिंह, श्रीचंद शर्मा, सदर विधायक प्रसन्न चौधरी, पूर्व मंत्री सुरेश राणा, पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी, हरबीर मलिक, पवन तरार, पुनीत द्विवेदी, पूर्व चेयरमैन राकेश गोयल, मनीष चौहान, उद्यमी अशोक बंसल, अनुज गर्ग, आलोक जैन, आशीष अग्रवाल, संजीव कुमार, अनिल भार्गव, राहुल गोयल, अनुराग जैन, अनुराग शर्मा, मुकेश वर्मा आदि मौजूद रहे।

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