शिक्षा विभाग के बाबू पर 80 हजार की रिश्वत लेने का आरोप
Shamli News - शामली जिले की सहायक अध्यापिका शशि प्रभा की मृत्यु के बाद उनकी बेटी नितिशा को पेंशन और अन्य लाभ प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। विभागीय लिपिक ने 80 हजार रुपये की रिश्वत लेकर पेंशन की फाइल को अटकाया...

शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते मतृक शिक्षिका के परिजनों को पेंशन व अन्य लाभ के लिए दरदर भटकना पड रहा है। आरोप है कि मृतक शिक्षिका के परिजनों से विभाग का बाबू हजारों रूपये की रिश्वत लेने के बावजूद भी पेंशन की फाईल को अटकाए हुए है। मतृक शिक्षिका की बेटी ने बीएसए को शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। इस बार एक लिपिक ने मृतक शिक्षिका के आश्रित को पेंशन व अन्य लाभ दिलाने के नाम पर 80 हजार रुपये वसूल लिए लेकिन तीन सालों से मृतक आश्रित बेटी कार्यालय के चक्कर काट रही है पर उसको लाभ नहीं मिल सका। पीड़ित अब मीडिया के सामने खुलकर आई और लिपिक पर रुपये लेने का आरोप लगाया। विभाग में हड़कंप मचने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पीड़िता से सभी दस्तावेज लेकर फाइल पूरी कराई है। साथ ही भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की बात कही है। इससे पहले ऊन बीआरसी पर तैनात लिपिक ऋषिपाल पर लापरवाही के आरोप लगे थे।
शामली जिले के उच्च प्राथमिक विद्यालय करोड़ी में तैनात सहायक अध्यापिका शशि प्रभा की साल 2021 में कोरोना के चलते मौत हो गई थी। उस समय विभागीय कार्रवाई पूरी करने के बाद मृतक आश्रिम बेटी नितिशा को फंड आदि दे दिया गया था। लेकिन मृतक आश्रित पेंशन व अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया था। नितिशा ने वीडियो ब्यान में बताया कि उस समय पटल लिपिक विकास कुमार ने फाइल को आगे चलने के लिए उससे बीएसए, एबीएसए और लेखा विभाग के नाम पर 80 हजार रुपये वसूल किए थे। लेकिन तीन साल हो गए आज तक फाइल पर आपत्ति बताकर उसे टाला जा रहा है। वह लगातार विभाग के चक्कर काट रही है लेकिन कोई उसकी सुनने वाला नहीं है। पीड़िता नितिशा का कहना है कि उसने पटल लिपिक विकास कुमार से अनगिनत बार मिलकर जल्द काम कराने को कहा लेकिन अब उसका व्यवहार भी बदल गया है और वह कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दे रहे हैं। जिसके चलते पीड़िता को मीडिया के सामने आने को मजबूर होना पड़ा।
तीन माह में पेंशन चालू होने का दिया था आश्वासन
शामली: मृतक सहायक अध्यापिका की आश्रित इकलौती बेटी नितिशा का कहना है कि पटल लिपिक विकास कुमार ने 80 हजार रुपये लेकर उसे तीन माह में ही पेंशन चालू कराने का आश्वासन दिया था लेकिन उसे तीन साल से टरकाया जा रहा है।
वारिसान प्रमाण पत्र पर लगाई गई आपत्ति
शामली: बीएसए ने पूरे प्रकरण को पता किया जिसमें पाया कि सहारनपुर पेंशन विभाग से वारिसान प्रमाण पत्र को लेकर आपत्ति लगाई गई है। विभाग का कहना है कि तहसील से जारी वारिसान प्रमाण पत्र नहीं चलेगा बल्कि कोर्ट से सत्यापित प्रमाण पत्र लगाने पर ही पेंशन शुरू हो सकेगी। यानि यहां भी मामले को लटकाया जा रहा था।
विभाग में हड़कंप मचा तो फाइल कराई गई पूरी
शामली: पीड़िता नितिशा के द्वारा लिपिक विकास पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। बेसिक शिक्षा अधिकारी लता राठौर ने पीड़िता से संबंधित सभी दस्तावेज कलेक्ट कर फाइल को पूरी कराई है। जिस वारिसान को लेकर तीन सालों से आपत्ति लगाई गई है बीएसए ने उसे भी उचित माना है।
कोट-
यह प्रकरण मुझे पहले का है और पीड़िता ने मुझे अवगत भी नहीं कराया। सभी कागजात कलेक्ट कर फाइल बनाई गई है। जल्द ही मृतक आश्रित को लाभ दिलाया जाएगा। वहीं लिपिक पर भ्रष्टाचार के संबंध में यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है तो जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लता राठौर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, शामली
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