कोटे का चयन न होने से भड़के ग्रामीण, 2 घंटे बाद फहराने दिया तिरंगा
राशन कोटे की दुकान का चयन न होने स नाराज परसरा-परसरी के ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में प्रदर्शन कर जमकर हंगामा किया। इस हंगामे की वजह से बच्चे जहां स्कूल नहीं आए। वही तय समय से दो घंटे बाद विद्यालय में...
राशन कोटे की दुकान का चयन न होने स नाराज परसरा-परसरी के ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में प्रदर्शन कर जमकर हंगामा किया। इस हंगामे की वजह से बच्चे जहां स्कूल नहीं आए। वही तय समय से दो घंटे बाद विद्यालय में झंडा फहराया जा सका। बीईओ ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया। पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीण शांत हो सके।
निगोही के परसरा-परसरी गांव की आबादी लगभग दो हजार के करीब है। इनमें से तीन सौ लोगों के पास राशन कार्ड हैं। आठ महीने पहले राशन कोटे की दुकान निरस्त हो गई। तब कार्डधारकों को ढकिया तिवारी के कोटे पर अटैच कर दिया। कई महीने तक तीन किमी की दूरी तय कर ढकिया तिवारी से राशन लाते रहे। ग्रामीणों ने परेशानियों का हवाला देते हुए अधिकारियों से गांव में कोटे का प्रस्ताव करने की शिकायत की।
पांच-छह महीने के बाद भी कोटा दुकान का चयन न हुआ तो ग्रामीण भड़क गए। अपनी बात मनवाने के लिए 15 अगस्त का दिन चुना। सुबह आठ बजे स्कूल में बैनर लगाकर बैठ गए। हंगामा होता देख बच्चे भी स्कूल नहीं आए। स्कूल में तैनात शिक्षामित्र ने मामले की गंभीरता समझते हुए बीईओ को सूचना दी। उन्होंने एसओ को पूरा मामला बताते हुए झंडारोहण कराने की अपील की। एसओ ने जैसे-तैसे ग्रामीणों को समझाकर झंडारोहण कराया।
शिक्षामित्र ने दिखाई समझदारी
बकौल शिक्षामित्र सपना सिंह ने बताया कि राशन की दुकान का चयन न होने से ग्रामीण गुस्से में थे। शिक्षामित्र ने तय समय पर झंडा फहराने का प्रयास किया तो लोग हंगामा करने लगे। इस वजह से स्कूल में दो घंटे तक झंडा फहराया नहीं जा सका। पुलिस के आने पर ही झंडारोहण हुआ। एसओ दलवीर सिंह ने बताया कि परसरा-परसरी में ग्रामीण स्कूल में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस के समझाने पर सभी शांत हो गए। इसके बाद स्कूल में झंडा फहराया दिया गया। बीएसए राकेश कुमार ने बताया कि विद्यालय से शिक्षिका अनुपस्थित थी। उसकी रिपोर्ट भी मांगी गई। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।