रेलवे स्टेशन पर उरमू का धरना, स्टेशन अधीक्षक के खिलाफ लगाए नारे
उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के केंद्रीय महामंत्री के आह्वान पर भारत सरकार व रेल प्रशासन द्वारा कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ पदाधिकारियों ने बिलपुर...
उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के केंद्रीय महामंत्री के आह्वान पर भारत सरकार व रेल प्रशासन द्वारा कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ पदाधिकारियों ने बिलपुर स्टेशन पर धरना दिया। इस दौरान रेल कर्मियों की 10 सूत्रीय मांगों को उठाते हुए आवाज को बुलंद किया।
गुरुवार को धरना स्थल पर हुई सभा में रेलवे कर्मचारियों ने अपनी आवाज को बुलंद किया। कहा कि रेल प्रशासन द्वारा एएलपी से गार्ड का कार्य लिए जाने के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए। क्योंकि यह सीधे तौर पर सुरक्षा से खिलवाड़ है। सहायक लोको पायलट को गार्ड की ड्यूटी बिना रिफ्रेशर कोर्स के नहीं कराई जा सकती।
इस बीच ज्ञापन में महंगाई भत्ते की तीनों किस्तों के एरियर का भुगतान करने, एनपीएस स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने, रात्रि भत्ता अलाउंस में लगाई गई सीलिंग रोक को तुरंत हटाने, रेल गाड़ियों और स्टेशनों को पूंजीपतियों के हाथों बेचना बंद करने, वर्कशॉप, प्रोडक्शन यूनिटों, प्रिंटिंग प्रेस की बिक्री पर रोक लगाने, यूनियन के साथ कर्मचारियों की सुविधाओं को लेकर उनके पक्ष हुए फैसलों को जल्द लागू करने, रेल कर्मचारियों पर आश्रित माता-पिता को रेलवे की ओर से मेडिकल सुविधा व पास सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की गई।इस बीच रेलवे कर्मचारियों ने स्टेशन अधीक्षक बिलपुर द्वारा कर्मियों के शोषण पर नाराजगी जताई। कहा कि स्टेशन अधीक्षक द्वारा कर्मचारियों को छुट्टी नहीं दी जा रही है। अवैध तरीके से कर्मचारियों को रेलवे आवास आवंटन करने व ड्यूटी लगाने में अनियमितताओं का विरोध किया गया। धरने में अनिल कुमार कौशल, अंकित शर्मा, राजीव शर्मा, रामचन्द्र, राजीव वर्मा, राकेश तिवारी, नाथूसिंह, अजीत पाल राठौर, लालू प्रसाद, धर्मवीर, गोपीनाथ, लालाराम, पवन, सुरेश, दिगम्बर, रोहित शर्मा, सर्वेश कुमार आदि मौजूद रहे।
