खुटार पुलिस ने नकली पेस्टीसाइड मामले का खुलासा कर दिया है। जिस कंपनी के जांच अधिकारी ने दुकानदार को पकड़वाया था, विवेचना के दौरान वही साजिशकर्ता पाया गया। उसने कंपनी से 50 हजार रुपये इनामी रकम हासिल करने के लिए दुकानदार को नकली पेस्टीसाइड बेचने के आरोप में पकड़वाया था। उसने खुद ही दूसरी चाबी से ताला खोल कर दुकान में नकली पेस्टीसाइड रख दिए थे। पुलिस ने पेस्टीसाइड कंपनी के जांच अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथियों की तलाश की जा रही है।
आरोपी ने कबूल किया जुर्म, किराए पर ली थी दुकान
= पुलिस ने टाटा रैलिस पेस्टिसाइड कम्पनी का जालसाज नटरवरलाल जीतू शर्मा निवासी नगला खेमा थाना माठ जिला मथुरा को गिरफ्तार किया। उसे खुटार में बाबा तिराहे से मैलानी रोड पर 100 मीटर दूरी पर पेस्टिसाइड की एक-एक लीटर की दो बोतले, वेयर कंपनी की फंगीसाइड व खरपतवार नाशक के 100-100 ग्राम के पाउच, रेपर व खाली पाउच के साथ पकड़ा। पुलिस को जीतू ने बताया कि उसने अपने साथी विजय पंडित, चन्दन निवासीगण दिल्ली के साथ मिलकर 10 दिन पूर्व दूकान मालिक अशोक वर्मा से पेस्टीसाइड कारोबार करने के लिए एक हजार रुपये प्रतिमाह किराए पर लिया था। कंपनी का नकली सामान दुकान के अंदर डाल दिया। पुलिस को तथ्य छुपाते हुए, झूठी सूचना दे दी। विवेचना के दौरान सर्विलांस व पूछताछ से अभियुक्तगण की साजिश का खुलासा हुआ।
जीतू के फरार साथियों की तलाश में टीम गई बाहर
= जीतू ने पुलिस को बताया कि वह टाटा रैलिस कंपनी में नौकरी करता है। उसका काम मार्केट में नकली दवाएं पकड़ने का है। हर नकली काम पकड़ने का उसे 50 हजार रुपये ईनाम मिलता है। दुकान के ताले की एक चाबी अपने पास रख ली। जीतू ने बैग रखी दवाएं दिखाकर दुकान मालिक को विश्वास में ले लिया। लगभग 6-7 दिन पहले रात में दुकान में नकली पेस्टीसाइड, फंगीसाइड ,कीटनाशक, नकली पाउच रैपर, पाउडर, कैमिकल, पैकिंग मशीन आदि रख दिए। इसके बाद पुलिस को झूठी सूचना देकर दूकान मे छापा डलवाकर अपना ही डाला गया माल पकड़वाकर दुकान मालिक को भी पकड़वा दिया। कैमिकल व माल विजय कहीं से लाए थे, उन्हे हर चीज की जानकारी है। चन्दन व विजय दोनों लोग दिल्ली में रहते हैं। इनाम की रकम के लालच में तीनों ने मिलकर खुद ही छापा डलवाया।
गुन्नौर जिला संभल से चल रहा वांछित
= जीतू शर्मा शुक्रवार को मैलानी में दुकान देखने जा रहा था। बताया कि वह ज्यादातर अनपढ़ व गरीब लोगों की दुकान किराए पर लेते हैं। अभियुक्त पहले भी डाबर कंपनी का फर्जी माल इसी तरह झूठी सूचना देकर पकड़वाने के जुर्म में थाना गुन्नौर जिला संभल में वांछित है। डाबर कंपनी से निकाले जाने पर इसने टाटा रैलिस कंपनी में नौकरी कर ली। पूछताछ पर यह भी बताया है कि उसने अपने पूरे गिरोह के साथ लगभग 12 जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। इस गिरोह के अंतर्राज्यीय होने की पूर्ण संभावना है। जानकारी की जा रही है।