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दूसरे जिले के छात्रों को नवोदय में नहीं मिलेगा प्रवेश

भले ही प्रवेश परीक्षा पास कर ली हो, लेकिन छात्र दूसरे जिले का मूल निवासी है तो उसे नवोदय विद्यालय में प्रवेश नहीं मिलेगा। शाहजहांपुर नवोदय विद्यालय...

दूसरे जिले के छात्रों को नवोदय में नहीं मिलेगा प्रवेश
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरWed, 10 Aug 2022 11:20 PM
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शाहजहांपुर। भले ही प्रवेश परीक्षा पास कर ली हो, लेकिन छात्र दूसरे जिले का मूल निवासी है तो उसे नवोदय विद्यालय में प्रवेश नहीं मिलेगा। शाहजहांपुर नवोदय विद्यालय में कक्षा छह में प्रवेश के लिए 80 बच्चों ने परीक्षा पास की, लेकिन इसमें 17 छात्र ऐसे हैं, जो मूल रूप से दूसरे जिले के रहने वाले हैं। इस वजह उनका प्रवेश नहीं लिया जा रहा है। नवोदय के प्रधानाचार्य भी अपनी मजबूरी बता रहे हैं।

शाहजहांपुर के नवोदय विद्यालय में इस समय कक्षा 6 में प्रवेश हो रहे हैं। कक्षा 6 में प्रवेश उन बच्चों के हो रहे हैं, जिन्होंने प्रवेश परीक्षा को पास कर लिया है। प्रवेश परीक्षा पास करने वाले कुल विद्यार्थियों की संख्या 80 है, उनमें से 17 विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने शाहजहांपुर जनपद के विद्यालयों से पढ़ाई पूरी की है, लेकिन अब उनको नवोदय विद्यालय शाहजहांपुर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इसका कारण 17 बच्चों का गैर जिले के निवासी होना है।

इस संदर्भ में जब नवोदय विद्यालय के प्रधानाध्यापक से पूछा गया तो उन्होंने 14 मार्च 2022 के एक पत्र का हवाला दिया, जो नवोदय विद्यालय समिति के हेड क्वार्टर से जारी हुआ है। उन्होंने उस पत्र का हवाला देते हुए बताया कि उक्त लेटर में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जो बच्चे दूसरे जनपद के मूल निवासी हैं, उनका प्रवेश न किया जाए। इस आधार पर वह बच्चों को प्रवेश नहीं दे रहे हैं। उधर, जब बच्चों और अभिभावकों से बात की गई तो उन सबका कहना है कि प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद विद्यालय में सभी लोगों ने संपर्क किया। नवोदय विद्यालय शाहजहांपुर की तरफ से एक फाइल जिसमें तमाम प्रपत्र थे उसको कंप्लीट करने के लिए दिया गया। इसमें बच्चे के प्रधानाध्यापक का प्रमाण पत्र, खंड शिक्षा अधिकारी का प्रमाण पत्र, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का ट्रांसफर सर्टिफिकेट, क्षेत्रीय लेखपाल की रिपोर्ट, संबंधित कानूनों की रिपोर्ट के साथ-साथ तहसीलदार और एसडीएम से भी उन प्रपत्रों का प्रमाणीकरण कराया गया। इसके बाद आय जाति और निवास प्रमाण पत्र भी बनवाए। यह सब प्रपत्र पूरे करने के बाद नवोदय विद्यालय के संबंधित प्रवेश संबंधी अध्यापक के पास यह प्रपत्र जमा किए गए। पूरी फाइल कंप्लीट होने के बाद नवोदय विद्यालय से बच्चों के मेडिकल फिटनेस बनवाने के लिए कहा गया। मेडिकल फिटनेस भी बच्चों के कंप्लीट करके सभी अभिभावक अपने बच्चों के साथ नवोदय विद्यालय में उपस्थित हुए। उसके 2 दिन के बाद सबको पुन: बुलाया गया। कहा गया कि सभी बच्चों को ले आइए, यहां की नर्स उनको पुनः चेक करेंगी। इसके पश्चात जब बच्चे मेडिकली फिट पाए गए, तब वहां के प्रिंसिपल ने और संबंधित टीचर ने यह जानकारी दी कि दूसरे जिलों के बच्चों का प्रवेश नहीं होगा। उसके बाद उन्होंने पिछले सोमवार को बुलाया कि आप लोग आइए जितने दूसरे जिले के बच्चे हैं। उनके साथ एक मीटिंग है, उस मीटिंग में भी उन्होंने उक्त लेटर का हवाला देते हुए प्रवेश नहीं करने की बात कही। बुधवार को अभिभावक नवोदय विद्यालय में प्रिंसिपल से मिले तो उन्होंने प्रवेश न देने की बात दोहराई। कुल मिलाकर 17 बच्चों को प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। अभिभावकों ने बताया कि अब वह हेड आफिस लखनऊ जाएंगे और वहां पर अपनी बात रखेंगे। अगर हेड ऑफिस लखनऊ में भी बात नहीं बनती है तो फिर कोर्ट की शरण में जाना पड़ेगा।

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