ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश शाहजहांपुरविश्व रंगमंच दिवस पर होगा दो अलग शैलियों के नाटकों का मंचन

विश्व रंगमंच दिवस पर होगा दो अलग शैलियों के नाटकों का मंचन

अनुभूति सेवा समिति की ओर से विश्व रंगमंच दिवस पर दो अलग शैलियों में नाटकों का मंचन किया जाएगा। जिसके लिए नाटक के कलाकार अपना पसीना बहा रहे...

विश्व रंगमंच दिवस पर होगा दो अलग शैलियों के नाटकों का मंचन
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरSat, 16 Mar 2019 11:25 PM
ऐप पर पढ़ें

अनुभूति सेवा समिति की ओर से विश्व रंगमंच दिवस पर दो अलग शैलियों में नाटकों का मंचन किया जाएगा। जिसके लिए नाटक के कलाकार अपना पसीना बहा रहे है।

गांधी भवन में चल रहे रिहर्सल में नाटक के कलाकारों ने अपने किरदार में ढलने के लिए मेहनत की। इन नाटकों का मंचन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ बनारस के पासआउट सुहेल मोहम्मद के निर्देशन में होगा। दोनों ही नाटक अलग शैली के होंगे। जिनमें पहला अंधा युग और दूसरा रुस्तम-ओ-सोहराब जो कि पारसी शैली का है।

नाटक के लेखक आगा हश्र कश्मीरी हैं। नाटक अंधा युग के पात्रों में अश्वत्थामा-रमन वाजपेई, कृपाचार्य-ऐश्वर्य अवस्थी, कृत वर्मा-सागर श्रीवास्तव, संजय-सूर्य प्रकाश गंगवार, याचक-शिव सिंह हैं। नाटक रुस्तम-ओ-सोहराब के पात्रों में रुस्तम-तरुण कुमार वर्मा, शाहे समनगान-आनंद अग्निहोत्री, पीलसम-शिवम गंगवार, ग्रामीणों के किरदार में नववर्ष शुक्ला व अर्पित शुक्ला शामिल हैं। प्रोडक्शन में मनोज मंजुल, बलराम शर्मा, मनोज कृष्ण मिश्रा आदि रहेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें