स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मिलेगा रोजगार, बनाएगी यूनीफार्म
लाकडाउन की अवधि में बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हुई। उनके रोजगार के सृजन के लिए हर सरकारी विभाग अपने स्तर से जुटा...
लाकडाउन की अवधि में बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हुई। उनके रोजगार के सृजन के लिए हर सरकारी विभाग अपने स्तर से जुटा है। इसी कड़ी में बेसिक शिक्षा विभाग ने यूनीफार्म को बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह को बेहतर बनाया है। इससे महिलाओं को रोजगार भी मिल सकेगा। बीएसए ने सभी शिक्षकों को पत्र जारी कर अपील की है।शाहजहांपुर में 2232 प्राइमरी और 897 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब साढ़े तीन लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को दो-दो सेट यूनीफार्म उपलब्ध कराई जाती है। आमतौर पर ठेकेदार के माध्यम से शिक्षक ड्रेस को खरीद लेते हैं। पिछले सत्र में कुछ विद्यालयों को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ड्रेस को बनवाया गया था। इस बार भी मातृ शक्ति को रोजगार देने के उद्देश्य के लिए समूह से ड्रेस के लिए निर्देश दिए हैं।बीएसए ने शिक्षकों को पत्र जारी कर अपील की है कि कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते तमाम रोजगार के साधन बंद हो गए। जिस वजह से बड़ी संख्या में लोग पलायन किए हैं। उन्हें रोजगार देने के लिए शासन प्रयासरत है। इसलिए यूनीफार्म की सिलाई समूह से कराकर मातृ शक्ति को काम दिया जा सकता है।