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व्यथा कथा : पिता पर आया परिवार की देखरेख के साथ पांच बहनों की शादी का बोझ

कोविड-19 के संक्रमण के चलते शिक्षा विभाग में तैनात अनुदेशक मोइन एजाज का निधन हो...

कोविड-19 के संक्रमण के चलते शिक्षा विभाग में तैनात अनुदेशक मोइन एजाज का निधन हो...
1/ 2कोविड-19 के संक्रमण के चलते शिक्षा विभाग में तैनात अनुदेशक मोइन एजाज का निधन हो...
कोविड-19 के संक्रमण के चलते शिक्षा विभाग में तैनात अनुदेशक मोइन एजाज का निधन हो...
2/ 2कोविड-19 के संक्रमण के चलते शिक्षा विभाग में तैनात अनुदेशक मोइन एजाज का निधन हो...
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरTue, 15 Jun 2021 03:31 AM
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कोविड-19 के संक्रमण के चलते शिक्षा विभाग में तैनात अनुदेशक मोइन एजाज का निधन हो गया। उनके मौत के बाद से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पांच बहनों के इकलौते भाई के जाने के बाद पूरे परिवार की देखरेख की जिम्मेदारी बुजुर्ग पिता पर आ गईं। आर्थिक तंगी से जूझने के साथ ही बेटियों की शादी की चिंता भी सता रही है।

ग्राम निबऊ नगला स्थित जूनियर माध्यमिक विद्यालय में मोइन एजाज अनुदेशक पद पर कार्यरत थे। पूरा परिवार एक दम ठीक चल रहा था। लेकिन, अचानक से समय ने करवट बदली। पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम रौली बौरी के बूथ पर प्रथम मतदान अधिकारी के रूप में ड्यूटी लगाई गई। मृतक के पिता हकीम हुसैन ने बताया कि चुनाव ड्यूटी के दौरान ही बुखार आ गया। ड्यूटी से वापस आने के बाद हालत अधिक खराब हो गई। सांस लेने में भी समस्या आने लगी। तबियत के लगातार बिगड़ने पर बहन व पिता ने जिले के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां आक्सीजन लेवल कंट्रोल न होने पर रेफर कर दिया। उसके बाद बरेली के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। परन्तु 19 दिन की जिंदगी और मौत की जंग के बाद मोइन एजाज जिंदगी से हार गए और दुनिया को अलविदा कह दिया। इकलौते कमाऊ इंसान की मौत के बाद पूरा परिवार सदमें है। पूरे परिवार की देखरेख की जिम्मेदारी बूढ़े पिता पर आ गई। उन पर बेटियों की शादी करने का बोझ भी है।

पांच बहनों में इकलौता था मोइन

-खुशमिजाज मृतक मोइन एजाज पांच बहनों में इकलौता भाई था। वृद्ध मां-बाप की जिंदगी का एक सहारा था। मृतक की तीन बहन शादी के योग्य है। उनकी शादी के लिए रिश्ते की तलाश की जा रही थी।

सरकार व विभाग से मदद की दरकार

-मृतक के पिता ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा है। प्रार्थना पत्र के माध्यम से सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुग्रह राशि व परिवार के भरण पोषण के लिए एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की गुहार लगाई है।

बाइट

-प्रभारी बीएसए शौकीन सिंह यादव ने बताया कि चुनाव आयोग ने इलेक्शन ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले शिक्षामित्रों, अनुदेशकों को मुआवजा देने के लिए निर्देश दिए थे। अपने जिले से भी कुछ शिक्षामित्र और अनुदेशकों के नाम भेजे गए। शासन के नियम के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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