नववर्ष के के पहले दिन महिला कल्याण विभाग की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर अमृता दीक्षित द्वारा भावलखेड़ा ब्लाक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत नवजात बेटियों का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ चिकित्सा अधीक्षक डा. अमरीश मौर्य व डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर अमृता दीक्षित के द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप जलाकर किया गया, जिसके एक सप्ताह की नवजात बच्ची व उसकी मां के द्वारा केक काटकर नववर्ष की खुशियां मनाई गईं। सीएचसी पर एक सप्ताह के अंदर जन्म लेने वाली आठ बेटियों व उनकी माताओं को डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर के द्वारा उपहार देकर सम्मानित किया गया। डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर अमृता दीक्षित ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हर कोई मां,बहन,बहु तो चाहता है।लेकिन बेटियोंं को जन्म लेने से पहले ही बेटियोंं को दुनिया में नहीं आने देते हैं कुछ लोग।जबकि बेटियोंं ही कल के भविष्य की रोशनी होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि नववर्ष की शुरुआत पर नवजात बेटियोंं को सम्मानित करने का मुख्य उद्देश्य ही यह है कि बेटियोंं को लेकर समाज की मानसिकता बदले। बेटा और बेटी में भेदभाव खत्म हो। वहीं चिकित्सा अधीक्षक डा. अमरीश मौर्य ने कहा कि इस तरह के आयोजन हर सीएचसी पर होने चाहिए। उन्होंने महिला कल्याण विभाग की सोच की सराहना करते हुए कहा कि आज वास्तविक में बेटियोंं को लेकर हम सब को आगे आना होगा। सबसे अच्छी बात तो यह है कि नववर्ष की शुरुआत पर नवजात बच्चियों का सम्मान करना गौरव की बात है। इस दौरान आंगनबाड़ी, आशा व सहायिका मौजूद रहीं।
अगली स्टोरी