आधे से ज्यादा भाजपा का, बाकी में रहा बंटवारा
भाजपा के आंकड़ों पर गौर करें तो शानदार तस्वीर सामने आएगी। सपा-बसपा और राष्ट्रीय लोकदल के वोटों को एक मुश्त तरीके से पाने का जादुई फार्मूला भी फेल हो गया। जिले में भाजपा ने अकेले लगभग 60 प्रतिशत वोटों...
भाजपा के आंकड़ों पर गौर करें तो शानदार तस्वीर सामने आएगी। सपा-बसपा और राष्ट्रीय लोकदल के वोटों को एक मुश्त तरीके से पाने का जादुई फार्मूला भी फेल हो गया। जिले में भाजपा ने अकेले लगभग 60 प्रतिशत वोटों में रहकर दोबारा से सफलता का परचम लहरा दिया। वहीं 40 प्रतिशत मतों में सारे विपक्षी दल सिमटकर रह गए हैं।
शाहजहांपुर में 2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा के उम्मेद सिंह कश्यप ने 289603 और सपा के मिथलेश कुमार ने दो लाख 42 हजार 913 वोट पाए थे। वहीं भाजपा प्रत्याशी रहीं कृष्णाराज ने पांच लाख 25 हजार 132 वोट पाए थे। इस तरह सपा और बसपा के मतों को एक कर भाजपा को पटकनी देने को गठबंधन के प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया था।
बसपा और सपा का वोटबैंक एक तो हुआ, लेकिन भाजपा ने पहले से ज्यादा पकड़ बनाई और अपने आंकड़ों में सुधार करते हुए जीत के अंतर को बढ़ा दिया। सपा और बसपा अपने परम्परागत वोट बैंक के सहारे जीत पाना चाहते थे। वहीं भाजपा ने पिछले चुनाव में मिले फिक्स वोटों के साथ सभी वर्गों में पैठ बनाते हुए जीत के अंतर में इजाफा कर लिया। आंकड़ों पर नजर डालें तो 40 प्रतिशत वोटों में पूरा विपक्ष सिमट गया। वहीं भाजपा ने अकेले दम पर 60 प्रतिशत वोट पाए हैं।