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एसपी शाहजहांपुर के नाम दर्ज जमीन की हुई नाप, आठ साल बाद मिलेगा कब्जा

पुलिस को अपनी 22 बीघा जमीन पर कब्जा करने आठ साल लग गए। मंगलवार को लेखपाल ने जमीन की नाप करके कब्जे के लिए निशान तो लगा...

एसपी शाहजहांपुर के नाम दर्ज जमीन की हुई नाप, आठ साल बाद मिलेगा कब्जा
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरWed, 01 Dec 2021 03:23 AM
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पुलिस को अपनी 22 बीघा जमीन पर कब्जा करने आठ साल लग गए। मंगलवार को लेखपाल ने जमीन की नाप करके कब्जे के लिए निशान तो लगा दिए। जमीन पर तीन किसानों के गेहूं लगे हैं। उसके कटने के बाद कब्जा लिया जाएगा। खास बात यह है कि पहले भी जमीन कब्जा मुक्त हुई थी। ढिलाई से कब्जे फिर हो गए थे।

भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने पुलिस की भी जमीन पर कई वर्षों से अवैध कब्जा कर रखा है। पुलिस की जमीन पर अवैध कब्जे की खबरें कई बार समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुईं। वर्ष 2013-14 में तत्कालीन डीएम नवदीप रिणवा ने नगरिया मोड़ क्षेत्र में अधिक सड़क दुर्घटनाएं होने व कोतवाली से यह क्षेत्र दूर पड़ने के कारण पुलिस को सरकारी जमीन का बड़ा भूखंड देकर नाम कर दिया था। सदर तहसील के लेखपाल अनूप शर्मा ने बताया कि तत्कालीन डीएम ने बंथरा गांव स्थित सरकारी जमीन के गाटा संख्या 1138 के रकवा 0.103 हेक्टेयर तथा गाटा संख्या 1144 के रकवा 1.477 हेक्टेयर कुल 22 बीघा जमीन पुलिस के लिए आवंटित की थी। यह जमीन तब से पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर के पदनाम पर आवंटित है और अभिलेखों में दर्ज है।

फिर जमीन पर हो गए थे कब्जे

पुलिस की ढिलाई के कारण इस जमीन पर 8 वर्षों से अवैध कब्जे चले आ रहे हैं। लेखपाल अनूप शर्मा ने बताया कि तत्कालीन कोतवाल जसवीर सिंह ने 15 बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराकर उस पर पौधारोपण कराया था, लेकिन इसके बाद फिर जमीन पर अवैध कब्जे हो गए थे।

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कुछ लोगों ने बो दिए गेंहू

= लेखपाल अनूप शर्मा ने मंगलवार को कोतवाल रवीन्द्र सिंह के साथ जाकर जमीन की पैमाइश कराई और निशान लगवाए। लेखपाल अनूप शर्मा ने बताया कि पुलिस की जमीन पर कुछ लोगों ने गेहूं बो दिए हैं, जिन्हें हटवा कर पुलिस अब जमीन पर कब्जा लेगी।

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एटीएस थाना एवं ट्रेनिंग सेंटर के लिए जमीन का हो चुका है सर्वे

कुछ महीने पहले एटीएस के डिप्टी एसपी लायक सिंह ने जमीन का एटीएस थाना एवं ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए सर्वे किया था। जमीन का पूरा सर्वे का राजस्व कर्मियों से नक्शा बनवा कर शासन को भी भेजा गया था। यदि इस जमीन पर एटीएस का थाना बनता है तो यहां से शाहजहांपुर की दूरी 10 किलोमीटर, सीतापुर की 80 किलोमीटर, लखनऊ की 200 किलोमीटर, हरदोई की 65 किलोमीटर, फर्रुखाबाद की 78 किलोमीटर, बरेली की 68 किलोमीटर रहेगी। इन जिलों की दूरियों को देखते हुए एटीएस के अधिकारियों ने इस जमीन पर एटीएस थाना एवं ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए कई दिनों तक सर्वे किया था।

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