ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश शाहजहांपुरतो क्या जेल में रहते हुए मिलकिया में डकैती डाली थी बदमाशों ने

तो क्या जेल में रहते हुए मिलकिया में डकैती डाली थी बदमाशों ने

डकैती के एक मामले का खुलासा करने में पुलिस तकनीकी तौर पर फंसती नजर आ रही है। पुवायां पुलिस के तत्कालीन इंस्पेक्टर ने जिन बदमाशों को डकैती में शामिल होना बताया, उसमें से दो बदमाश तो पहले ही जेल में...

तो क्या जेल में रहते हुए मिलकिया में डकैती डाली थी बदमाशों ने
Center,BareillyThu, 01 Jun 2017 11:00 PM
ऐप पर पढ़ें

डकैती के एक मामले का खुलासा करने में पुलिस तकनीकी तौर पर फंसती नजर आ रही है। पुवायां पुलिस के तत्कालीन इंस्पेक्टर ने जिन बदमाशों को डकैती में शामिल होना बताया, उसमें से दो बदमाश तो पहले ही जेल में थे, जो अब तक जमानत नहीं पा सके हैं। मिलकिया गांव में अरुण कुमार के घर फरवरी 2016 में डकैती पड़ी थी, जिसमें बदमाशों ने अरूण के परिजनों को बंधक बनाकर लाखों का माल लूट लिया था। इस मामले में तत्तकालीन प्रभारी निरीक्षक राजीव मिश्रा ने अरूण की ओर से दी गई तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। राजीव मिश्रा का इस मामले की विवेचना के दौरान ही स्थानांतरण हो गया, जिसके बाद पूर्व में पुवायां में एसएसआई रह चुके सुनील कुमार विश्नोई ने प्रमोशन होने के बाद प्रभारी निरीक्षक का कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार के साथ साथ डकैती के मामले की विवेचना भी सुनील कुमार विश्नोई ने की। इसी दौरान पीलीभीत के न्यूरिया थाने की पुलिस ने एक मामले में लखपत निवासी भीरा, शाहिद उर्फ मामा निवासी जहानाबाद पीलीभीत, सुनील कुमार निवासी खरगपुर हैदराबाद, राजकुमार निवासी सोठन गोला गोकरनाथ खीरी, अंकित वर्मा निवासी बहेरा गोला खीरी को सात जून सन 2016 में गिरफ्तार किया। इन बदमाशों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने पुवायां में भी डकैती डाली थी। पुवायां पुलिस ने पांचों बदमाशों का रिमांड लिया, लेकिन बदमाशों के अन्य दो साथी नफीस उर्फ गन्ठा निवासी सोठन गोला खीरी, शिव कुमार उर्फ ललई निवासी सोठन गोली खीरी नहीं मिल सके। पुलिस ने इन्हें भगोड़ा मानकर विवेचना जारी रखी। अभी कोर्ट से नफीस और शिवकुमार का एनबीडब्ल्यू वारंट जारी हो गया। इस पर पुवायां पुलिस ने इन दोनो बदमाशों की खोजबीन शुरू की। तब पता लगा कि यह बदमाश इस वक्त पीलीभीत जेल में हैं। पहले यह बदमाश किसी मामले में लखीमपुर जेल में थे। पुलिस को यह भी पता लगा कि मिलकिया गांव में अरुण कुमार के घर जब डकैती पड़ी थी, उस वक्त यह दोनों बदमाश जेल में ही थे। सीओ पुवायां सुमित ने बताया कि इस मामले की पूरी जानकारी नहीं है, यदि घटना का खुलासा फर्जी तरीके से किया गया है तो मामले की जांच कराकर दोषी अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें