निगोही। हिन्दुस्तान संवाद
खेरासण्डा गांव में तेदुआ के पैरों के निशान देखे जाने से हड़कम्प मच गया। ग्रामीणों ने वन विभाग और पुलिस को खबर दी। वन दरोगा और पुलिस के जवान मौके पर गए। दो घंटे तक इधर-उधर खोजा, लेकिन कोई लोकशन न मिलने पर टीम लौट गई।
निगोही के खेरासण्डा निवासी भानु सुबह छह बजे बैलगाड़ी से खेत जा रहे थे।
रामभजन के खेत के पास बैलगाड़ी से बैल खुलकर खेत की ओर भाग खड़े हुए। वह भी पीछे से खेत में घुस गये। बैल को पकड़ने के बाद उन्होंने देखा कि खेत में तेंदुआ या बाघ के पंजे के निशान हैं। गौर से देखने पर भानु समझ गये कि इलाके में बाघ या तेंदुआ है। वह बैलगाड़ी लेकर सीधे घर गये और गांव के लोगों को निशानों के बारे में बताकर शाम को खेतों की ओर न जाने की ताकीद की। पुलिस के साथ वन विभाग की टीम को सूचना दी गई।
वन दरोगा मनोज कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पंजे के निशान के फोटो लेकर उच्चाधिकारियों को खबर दी। वन दरोगा मनोज कुमार ने बताया कि उच्चाधिकारियों को फोटो भेज दिया है। निशान तेंदुआ के पैरों जैसे हैं। ग्रामीणों को चार दिन तक खेतों की ओर न जाने की सलाह दी गई है। जीपीएस के माध्यम से टैग कराया जाएगा। अगर इलाके में तेदुआ है तो पकड़वाया जाएगा।