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जनपद रत्न समारोह के दो बार गवाह बने थे लालजी टंडन

भाजपा के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन का शाहजहांपुर में कई बार आना हुआ...

जनपद रत्न समारोह के दो बार गवाह बने थे लालजी टंडन
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरWed, 22 Jul 2020 03:04 AM
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भाजपा के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन का शाहजहांपुर में कई बार आना हुआ है। 2004 और 2012 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के जन्मदिन पर आयोजित जनपद रत्न समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। उन्होंने हनुमत धाम के जीर्णोद्धार की आधारशिला भी रखी थी। सूबे के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और वरिष्ठ नेता निर्भय चंद्र सेठ से उनका काफी करीबी रिश्ता रहा है।प्रखर वक्ता और लखनऊ के कई बार सांसद रहे लालजी टंडन ने शाहजहांपुर की सरजमीं पर 1980 में कदम रखा था। उस समय कांगे्रस की सरकार हुआ करती थी। तब भाजपा की जिला कमेटी के चुनाव अधिकारी के रूप में लालजी टंडन आए थे। उस समय निर्भय चंद्र सेठ को जिलाध्यक्ष चुना गया था। 2003 में निर्भय चंद्र सेठ के पिता की मूर्ति का अनावरण भी लालजी टंडन ने किया था। कुछ बरस पहले सुरेश खन्ना की मां के निधन के बाद वह शोक संवेदना व्यक्त करने आए थे। तब उन्होंने हनुमत धाम पर बजरंग बली के दर्शन भी किए थे, साथ ही राजभवन पर भी गए थे। निर्भय चंद्र सेठ बताते हैं कि लाल जी टंडन प्रखर वक्ता और साफ-सुथरी राजनीति करने वाले इंसान थे। उन्होंने बेहाल शहर लखनऊ को विकास के रथ पर सवार कराया। उनका दुनिया से जाना काफी दुखदायी है। उनकी भरपाई कभी नहीं हो सकती है।------------हनुमत धाम के जीर्णोद्धार की आधारशिला रखी थी-विराट बजरंगी की प्रतिमा वाले हनुमत धाम के जीर्णोद्धार की आधारशिला भी राज्यपाल विष्णुकांत शास्त्री और उस समय मंत्री लालजी टंडन ने रखी थी। हनुमत धाम का लोकार्पण भी लालजी टंडन के हाथों ही हुआ था। दो बार जनपद रत्न समारोह में हुए शामिल=पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के जन्मदिन पर आयोजित जनपद रत्न समारोह में दो बार लालजी टंडन मुख्य अतिथि बने। 2004 में शिक्षाविद्व अवधेश कुमार, पत्रकार रविंद्र सिंह, आईएएस अरूण प्रकाश और हॉकी खिलाड़ी शैदा को सम्मानित किया था। 2012 में वरिष्ठ रंगकर्मी जरीफ मलिक आनंद और डा.सत्यप्रकाश मिश्रा भी लालजी टंडन के हाथों सम्मानित हो चुके हैं।

अत्यंत सौम्य थे टंडन, नाव से गए की थी नदी पार-लाल जी टंडन काफी सौम्य स्वभाव के थे। हमेशा कार्यकर्ताओं के बीच रहने वाले टंडन लखनऊ से कई बार सांसद रहे। भाजपा नेता बताते हैं कि जब हनुमत धाम का जीर्णोद्धार की आधारशिला रखने आए थे। तब पुल न होने की वजह से नाव से दूसरी साइड गए थे।

-एसएस कालेज में टंडन के निधन पर शोकशाहजहांपुर। एसएस कालेज व स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में लालजी टंडन के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। प्राचार्य डा.अवनीश मिश्रा, डा.अनुराग अग्रवाल, डा.प्रभात शुुक्ला, हरिश चन्द्र श्रीवास्तव, डा. आलोक सिंह, श्रीप्रकाश डबराल, डा.रामनिवास गुप्ता, झरना रस्तोगी आदि ने शोक जताया।

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