बच्चों को बंदूक व चाकू जैसे खिलौनों से दूर रखें अभिभावक : सभापति
महिला एवं बाल विकास समिति की सभापति डा.संगीता बलवंत ने अभिभावकों से बच्चों को बंदूक और चाकू जैसे खिलौनों से दूर रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन चीजों से शुरुआती दौर से मासूमों को अलग रखना...
महिला एवं बाल विकास समिति की सभापति डा.संगीता बलवंत ने अभिभावकों से बच्चों को बंदूक और चाकू जैसे खिलौनों से दूर रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन चीजों से शुरुआती दौर से मासूमों को अलग रखना चाहिए। जैसा महत्मा गांधी ने राजा हरिश्चंद्र की बाइस्कोप देखकर अपने में बदलाव किया था। उसी तरह बच्चों के सामने ऐसी चीजें रखी जाएं, जिससे उनके अंदर कुछ सीखने की ललक जगे और वह अच्छा कर सकें।
सोमवार को जिले में निरीक्षण में आईं सभापति डा.संगीता बलवंत हिन्दुस्तान से मुखातिब हुईं। उन्होंने अपने दिल की बातें जमकर शेयर किया। बच्चों को कार्टून नेटवर्क से बचाने पर जोर दिया। कहा कि कार्टून के बजाय बच्चों में पढ़ने की आदत डलवाई जाए। उसके लिए लाइब्रेरी की भूमिका काफी अहम हैं। बच्चों में किताबों के प्रति रूचि पैदा करना जरूरी है। किताबों को पढ़ने से काफी चीजें मिलती है। बच्चों को टीवी और मोबाइल से दूर रखने के लिए अभिभावकों को जागरूक होना पड़ेगा।
बच्चों के सोशल मीडिया के उपयोग पर नजर रखें: डा.संगीता ने सोशल मीडिया का सदउपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान व्हाट्एसप युग चल रहा है। सोशल मीडिया किसी चीज को सही दिखा सकता है तो गलत भी, ऐसे में बच्चे मोबाइल पर अच्छी चीजों की खोज करें। मनोरंजन भी निर्धारित समय तक होना चाहिए। सोशल मीडिया का उपयोग करने पर माता-पिता को नजर रखना चाहिए।
अरशद व साजिद ने की साहित्य पर चर्चा: प्रसिद्ध साहित्यकार व गाजीपुर सदर की विधायक डा.संगीता बलवंत ने बाल साहित्यकार डा.अरशद व डा.साजिद से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। दोनों भाईयों से संगीता ने साहित्य के बारे में चर्चा हुई। उनकी विनम्रता, सादगी और मिलनसार व्यक्तित्व ने बहुत प्रभावित किया। इस अवसर पर साजिद ने उन्हें अपनी पुस्तकें भेंट कीं।
बालहंस के चर्चित रचनाकार रहीं हैं बलवंत: लंबे समय पहले बालहंस का गु्रप बनाया गया था। जिसमें तमाम नए रचनाकारों को खड़ा किया गया। बालहंस में डा.संगीता और डा.अरशद व डा.साजिद भी शामिल थे। रविवार रात जब तीनों एक साथ मिले तो बालहंस के पुराने दिन याद आ गए। डा.अरशद ने कहा कि ऐसे पढ़े-लिखे, संवेदनशील और ईमानदार लोगों के राजनीति में आने से सचमुच बेहतर भविष्य की आशाएं बंधाती हैं।
स्कूल में रोटी मानक पर खरी न उतरी, शिक्षक को दी चेतावनी: महिला एवं बाल विकास समिति की सभापति ने जिले में किया भ्रमण-विद्यालय में गड़बड़ी मिलने पर बीएसए को मॉनीटरिंग के निर्देश दिए-ददरौल आंगनबाड़ी केंद्र पर सभापति को पुष्टाहार भी नहीं मिलाफोटो नंबर 39-शाहजहांपुर के प्राथमिक विद्यालय मधवामई में महिला व बाल विकास समिति की सभापति ने अपने सामने एमडीएम का वितरण कराया। शाहजहांपुर। हिन्दुस्ता संवादमहिला एवं बाल विकास समिति की सभापति डा.संगीता बलवंत के नेतृत्व वाली कमेटी ने सोमवार को जिले में निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय में उन्हें एमडीएम की रोटी मानक के अनुसार नहीं मिली। वहीं आंगनबाड़ी केंद्र पर पुष्टाहार नहीं मिला है। सोमवार को डा.संगीता बलवंत ने सुबह प्राथमिक विद्यालय अकर्रारसूलपुर का निरीक्षण किया। वहां की व्यवस्थाएं ओके मिलीं। ददरौल के आंगनबाड़ी केंद्र पर पोषाहार नहीं मिला है। जिस पर डीपीओ को निर्देश दिए गए। इस दौरान सत्तू, दलिया और सेम्पल लिया गया। सीएचसी कांट में रजिस्टर चेक किया। हाजिरी चेक करने के बाद सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए कहा है। जिला अस्पताल में बैरकों का निरीक्षण किया। रसोईघर में मसालों को चेक किया। इस बीच प्राथमिक विद्यालय मधवामई में कमेटी पहुंची। जहां एमडीएम के मीनू के अनुसार रोटी बन रही थी। रोटी की क्वालिटी खराब मिलने पर सभापति ने नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि तीन दिन तक मॉनीटरिंग करें। सुधार न होने पर रसोइया व संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर कमेटी इंचार्ज यदवीर सिंह, कमेटी असिस्टेंट शिव कुमार और पवन शंकर मिश्रा आदि मौजूद रहे।