सप्ताह में तीन दिन बंदी, सिर्फ चार दिन ही खुलेगा बाजार
कोरोना संक्रमण में बढ़ोत्तरी की वजह से बाजारों में जुटने वाली भीड़ को रोकने के लिए व्यापार मंडल एक मंच पर आ...
कोरोना संक्रमण में बढ़ोत्तरी की वजह से बाजारों में जुटने वाली भीड़ को रोकने के लिए व्यापार मंडल एक मंच पर आ गया। व्यापार मंडलों ने मीटिंग कर कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए कई बिन्दुओं पर चर्चा की। सर्वसम्मति से तय हुआ कि शनिवार और रविवार के साथ अब शुक्रवार को भी बाजार बंद रहेगा, साथ ही सुबह दस से शाम सात बजे तक ही बाजार में दुकानें खुली रहेगी।कोविड-19 की बढ़ती रफ्तार के बावजूद बाजारों में बंपर भीड़ जुट रही है। सहालग के चलते लोग खरीदारी करने के लिए मार्केट में पहुंच रहे। बाजारों में भीड़ होने के चलते सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ रही है। ग्राहक के साथ दुकानदार के भी संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए मंगलवार को सभी व्यापार मंडलों के जिलाध्यक्ष एक मंच पर आ गए। आपसी चर्चा करने के बाद बाजार में भीड़ न जुटने का तरीका निकाला।
तय हुआ कि प्रदेश सरकार ने बाजार बंदी के लिए शनिवार और रविवार का दिन तय किया है। उस बंदी में व्यापारिक संगठनों ने एक दिन यानी शुक्रवार को जोड़ दिया। सप्ताह में शुक्रवार, शनिवार और रविवार को दुकानें बंद रहेगी। जबकि सोमवार से लेकर गुरुवार तक ही दुकानें खुली रहेगी। अन्य दिनों में सुबह दस से शाम सात बजे तक दुकानों के खुलने का समय तय किया गया।
इस बीच मेडिकल एसोसिएशन ने भी सुबह दस से रात्रि आठ बजे तक अपनी दुकानें खोलने की सहमति दे दी है। आपातकाल के लिए जिला अस्पताल गेट पर दवा की दुकानें 24 घंटे तक खुली रहेगी।
बैठक में उद्योग व्यापार मंडल मिश्रा गुट के अध्यक्ष कुलदीप सिंह दुआ, कंछल गुट के अध्यक्ष वेद प्रकाश गुप्ता, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश सराफ,
आदर्श व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष पंकज वर्मा, राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के अध्यक्ष किशोर गुप्ता, सुनील गुप्ता, राजीव गुप्ता, आशीष वर्मा, महेंद्र चावला आदि मौजूद रहे।
आक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति की जाए
-पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष उमेश चंद्र पाठक ने डीएम को पत्र भेजा है। पाठक ने निजी अस्पतालों को कोविड मरीजों के लिए अधिक प्रबंध करने, आक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने, सभी मोहल्लों में सेनेटाइजर का छिड़काव कराने, कोविड उपचार में आने वाली सभी दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता पर जोर दिया गया।
