उमस बढ़ी, एक-दो दिन में बारिश की संभावना
कभी धूप कभी छांव। हवा तक नहीं चलती। पेड़ का एक पत्ता तक नहीं हिलता है। कभी सुबह कोहरा दिखता है। कभी ऐसा लगता है कि अभी घनघोर बारिश...
कभी धूप कभी छांव। हवा तक नहीं चलती। पेड़ का एक पत्ता तक नहीं हिलता है। कभी सुबह कोहरा दिखता है। कभी ऐसा लगता है कि अभी घनघोर बारिश होगी, लेकिन गर्मी से निजात तो तभी मिलेगी, जब बरसात होगी। पर ऐसा हो नहीं रहा है। लगातार पारा ऊपर नीचे हो रहा है। कई सालों के बाद सितंबर में मौसम धोखा दे रहा है। इससे पहले 2015 में भी ऐसा ही हुआ था, तब पूरे सितंबर माह में मात्र 13 मिलीमीटर बरसात हुई थी। इस साल तो सितंबर की दस तारीखें बीत गई हैं, लेकिन बरसात का नाम नहीं है। बादल आ रहे हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं। मौसम विज्ञानी कह रहे हैं कि मौसम धोखा दे रहा है, लेकिन वह उम्मीद बांधे हुए हैं कि बरसात होगी जरूर। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि तापमान जिस तरह से ऊपर नीचे हो रहा है, उससे यही अनुमान है कि बरसात होगी और तेज होगी। बोले कि कई दिनों से बरसात की संभावना बन रही लेकिन तापमान ऊपर नीचे होने के कारण बरसात टल जा रही है। बताया कि एक ही दो दिन में तेज बरसात की संभावना है। डा. सिंह ने बताया कि 2015 में सितंबर माह में मात्र 13 मिलीमीटर बरसात हुई थी। 2016 में सितंबर में 158 मिलीमीटर बरसात हुई थी। 2017 के सितंबर में 132 एमएम बारिश हुई थी। 2018 के सितंबर में 102 एमएम बारिश हुई। 2019 के सितंबर में 167 एमएम बरसात हुई थी। डा. सिंह ने बताया कि इस बार सितंबर में 185 मिलीमीटर औसत बारिश की संभावना थी, लेकिन दस सितंबर तक एक मिलीमीटर भी बरसात नहीं हुई है। बताया कि उम्मीद है कि एक दो दिन के भीतर ही बरसात होगी। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि बरसात अगर होती भी है, तो भी तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं जाएगा, ऐसा अनुमान है। बताया कि गर्मी से निजात फिलहाल मिलना मुश्किल रहेगा।