अच्छे कर्म मनुष्य के चरित्र का करते निर्माण
श्रीधाम वृंदावन कथावाचिका विदुषी किशोरी रिद्धि द्विवेदी ने कहा कि मनुष्य के कर्म की प्रधानता होती है, जो मनुष्य जिस प्रकार से कर्म करेगा। उस मनुष्य...

जलालाबाद। श्रीधाम वृंदावन कथावाचिका विदुषी किशोरी रिद्धि द्विवेदी ने कहा कि मनुष्य के कर्म की प्रधानता होती है, जो मनुष्य जिस प्रकार से कर्म करेगा। उस मनुष्य को उसी प्रकार से उसका प्रतिफल मिलेगा। अच्छे कर्म मनुष्य के चरित्र का भी निर्माण करते हैं। ऐसे मनुष्य अपने जीवन में अवश्य ही कामयाब होते हैं।
पुरानी पानी वाली टंकी स्थित ओम मंडल परिसर में श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रीधाम वृंदावन से आए आचार्य संदीप द्विवेदी एवं कथावाचिका बाल विदुषी किशोरी रिद्धि द्विवेदी ने कहाकि मनुष्य के द्वारा किए गए कर्मों के अनुसार अगले जन्म की योनि का निर्माण होता है, इसलिए मनुष्य योनि प्राप्त करने के लिए सदैव ही अच्छे कर्म करने का प्रयास करते रहना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने भी श्रीमद्भागवत में भी कर्म की प्रधानता को महत्त्वपूर्ण बताया है। श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व हवन पूजन के उपरांत कथा का आयोजन शुरू किया गया। इस मौके पर आयोजक संतोष कुमारी गुप्ता जनार्दन गुप्ता नीरज गुप्ता अतुल गुप्ता समेत तमाम भक्तगण मौजूद रहे।
