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धोखाधड़ी कर लोन लेने वाले 29 में पांच किसान गिरफ्तार

बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा ढका घनश्याम में तीन वकीलों की मिलीभगत से 29 किसानों ने धोखाधड़ी 1.32 करोड़ रुपए का लोन ले लिया। इस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था, पुलिस ने 29 में पांच नामजद किसानों को...

धोखाधड़ी कर लोन लेने वाले 29 में पांच किसान गिरफ्तार
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरTue, 23 Oct 2018 01:12 AM
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बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा ढका घनश्याम में तीन वकीलों की मिलीभगत से 29 किसानों ने धोखाधड़ी 1.32 करोड़ रुपए का लोन ले लिया। इस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था, पुलिस ने 29 में पांच नामजद किसानों को गिरफ्तार कर लिया।

बंडा क्षेत्र के 29 किसानों ने अलग-अलग राशि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक से लोन के रूप में निकाली। जब बैंक ने अपने अधिकृत वकीलों के पैनल से जांच कराई तो दस्तावेज फर्जी पाए गए। शाखा प्रबंधक ने 29 किसानों और तीन वकीलों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कर धोखाधड़ी से लोन प्राप्त करने का आरोप लगाया था।

पुलिस ने जांच के दौरान 5 किसानों को बैंक से धोखाधड़ी कर लोन प्राप्त करने के आरोप में सोमवार को जेल भेज दिया। बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा ढका घनश्याम के शाखा प्रबंधक अशोक कुमार ने थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया था कि पैनल के अधिवक्ताओं ने किसानों से मिलीभगत कर उनकी भूमि को कृषि ऋण योग्य व भूमि मुक्त की एनईसी रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर किसानों ने बैंक से ऋण प्राप्त कर लिया।

वकीलों ने बताया था कि भूमि विक्रय योग्य भार रहित व ऋण होने योग्य है, जबकि इस भूमि पर पहले से ही अन्य कई बैंकों का लोन दर्ज था। साथ ही किसानों ने शपथ पत्र में भी भूमि का लोन मुक्त होना बताया था। पैनल के तीनों वकीलों से साठगांठ कर भार मुक्त यानी लोन मुक्त प्रमाण पत्र व फर्जी खतौनी तथा खसरा वकीलों के कार्यालय में तैयार करवा बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा ढका घनश्याम में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरोपी किसानों ने ऋण प्राप्त कर उपभोग किया। जब बैंक की आंतरिक जांच हुई तो इस कृत्य धोखाधड़ी पर सरकारी दस्तावेज तैयार करने व कई बैंकों से एक भूमि पर कई ऋण देने का मामला उजागर हुआ। जिसके बाद बैंक ने अपने पैनल के अन्य अधिवक्ताओं से जांच कराई तो बंधक बनाई गई भूमि पर पहले से ही कई बैंकों का चार्ज चढ़ा हुआ था। तथा जिस भूमि पर ऋण लिया गया है। वह बंधक होने योग्य नहीं थी। फिर भी पैनल के आरोपी अधिवक्ताओं द्वारा उसे भार मुक्त व ऋण योग्य बता कर बैंक के साथ विश्वासघात व फ्रॉड किया गया।

पुलिस ने अपनी जांच में बंडा के गांव कुआं डंडा निवासी हरिराम, मुड़िया छावन निवासी हरपाल, बिरहना बुजुर्ग निवासी कमल कुमार, देवकली निवासी ओमपाल व बिहार रामनगर गांव निवासी सूरजपाल को बैंक के साथ धोखाधड़ी वा जालसाजी के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पांच आरोपियों के जेल जाने के बाद अन्य आरोपियों में खलबली मच गई तथा लोगों ने अपने-अपने पक्ष में साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए सफाई देना शुरू कर दिया।

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