धान तौल का इंतजार करते रह गए किसान, सेंटर बंद भी हो गए
बंडा में किसान धान तुलने की आस लगाए रहे, तब तक वहां सभी केंद्र भी बंद कर दिए गए। निराश होकर किसानों को अपना धान अब उठाना पड़ रहा...
बंडा में किसान धान तुलने की आस लगाए रहे, तब तक वहां सभी केंद्र भी बंद कर दिए गए। निराश होकर किसानों को अपना धान अब उठाना पड़ रहा है।
चार माह से चल रही धान की खरीद होने के बाद भी कई किसानों के धान की बिक्री नहीं हो पाई । सरकार ने बंडा ब्लॉक में 24 क्रय केंद्र लगाकर किसानों के धान को बिचौलियों से मुक्त करके सीधे खरीदने का दावा किया था, बावजूद इसके कई किसानों का धान बिचौलियों द्वारा खरीदा गया, जिसके चलते अभी तक कई किसानों के धान की खरीद नहीं की जा सकी। 31 जनवरी को तौल होने के बाद धान की कई ढेरियां मंडी में पड़ी रह गईं। मजबूर होकर किसान मायूस चेहरा लेकर धान को भरकर घर वापस लिए चले गए ।
खुटार के गांव कुसुमा निवासी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि जनवरी शुरू में वह धान लेकर मंडी आये थे, केंद्र प्रभारी आजकल में तौल करने का वादा करते रहे। अंत में उनके धान को रिजेक्ट बता दिया गया, जबकि धान में कोई भी कमी नहीं थी।
बंडा के गांव गहलुईया निवासी सतनाम सिंह ने बताया कि 18 जनवरी को धान लेकर मंडी में आये थे। केंद्र प्रभारी द्वारा लगाए गए सहकर्मी धान तौल के एवज में रुपये की मांग कर रहे थे, जब उसने रुपये नहीं दिए तो धान की तौल नहीं की गई और अंत में धान को रिजेक्ट बता दिया गया, जबकि धान में कोई कमी नहीं है। एसडीएम दशरथ कुमार ने बताया कि मैंने एसएमआई को एक दिन पहले ही बता दिया था कि सभी किसानों के धान की तौल करा दी जाए। वहीं एसएमआई आरके सोनकर ने बताया कि सभी किसानों के धान की तौल की गई, जिन किसानों का धान मानक के विपरीत पाया गया, उसी धान की तौल नहीं की गई।
