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गन्ने पर किसानों का भरोसा बढ़ा, 10 हजार हेक्टेयर रकबा बढ़ा

खरीद सिस्टम बेहतर होने, समय से भुगतान मिलने के कारण किसानों का गन्ने पर भरोसा और बढ़ गया...

गन्ने पर किसानों का भरोसा बढ़ा, 10 हजार हेक्टेयर रकबा बढ़ा
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरWed, 17 Feb 2021 11:50 PM
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खरीद सिस्टम बेहतर होने, समय से भुगतान मिलने के कारण किसानों का गन्ने पर भरोसा और बढ़ गया है। इसी का नतीजा है कि वसंतकाल में इस बार गन्ने का दस हजार हेक्टेयर रकबा बढ़ गया है। पिछले साल वसंतकाल में 45 हजार हेक्टेयर जमीन पर गन्ना बोया गया था, इस बार 55 हजार हेक्टेयर जमीन पर गन्ने की बुवाई की जा रही है। पिछले साले 65 हजार किसानों ने गन्ना बोया था, इस बार 80 हजार किसान गन्ना बो रहे हैं। जिले में अब तक 220.05 लाख कुंतल गन्ने की खरीद हो चुकी है तथा 11.36 लाख कुंतल चीनी उत्पादन हो चुका है।

शाहजहांपुर जिले में इस वर्ष वसंतकाल में 55 हजार हेक्टयर में गन्ना बुवाई की जानी है, जिसके लिए कृषकों को गन्ना बीज की उपलब्धता, बुवाई के लिए तकनीकी बीज शोधन, भूमि उपचार आदि सभी तकनीक कृषकों को उपलब्ध कराने के लिए रणनीति बनाई गई है। वसंतकाल में जो भी गन्ना बुवाई की जायेगी, वह शत-प्रतिशत बीज शोधन उपरान्त ही की जायेगी। कृषक स्वयं अपने खेतों में भी बीज उपचार कर सकते हैं अथवा निकटवर्ती चीनी मिल में भी नि:शुल्क गन्ना बीज उपचारित करा सकते हंैं। जिन गन्ना क्षेत्रों में ंरेड-राट का प्रकोप अधिक है, उन क्षेत्रों में विशेषजन-जागरण का अभियान चलाया जायेगा। इसके लिए चीनी मिल एवं गन्ना विकास विभाग के गन्ना पर्यवेक्षक ग्रामवार कृषक गोष्ठी आयोजित कर व्यापक प्रचार-प्रसार करेंगं।

इन विषयों पर हुई बैठक में चर्चा

=गन्ना भवन मेंं केन इम्लीमेंनटेशन कमेटी की बैठक बुधवार को आयोजित की गयी, जिसमें समितिवार, चीनी मिलवार समिति सदस्यों की संख्या, गन्ना आपूर्तिकर्ता सदस्य, गन्ना मूल्य भुगतान, रेड-राट नियंत्रण, महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन, बसंतकालीन गन्ना बुवाई एवं गन्ना बीज उपचार आदि विषयों पर चर्चा की गयी । सर्वप्रथम चीनी मिल प्रतिनिधियों एवं गन्ना विकास विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में ईआरपी पोर्टल के माघ्यम से तौल लिपिकों का पाक्षिक स्थानान्तरण किया गया। बैठक में ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक रोजा, निगोही एवं तिलहर, सचिव गन्ना समिति रोजा एवं पुवायां, जीएम केन चीनी मिल रोजा, निगोही, मकसूदापुर, वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक चीनी मिल अजबापुर, लोनी, रूपापुर, तिलहर, पुवायां आदि उपस्थित रहे।

मकसूदापुर मिल पेमेंट देने में सबसे फिसडडी

=जिला गन्ना अधिकारी खुशीराम ने बताया कि मकसूदापुर चीनी मिल ने अब तक 2020-21 पेराई सत्र का भुगतान शुरू भी नहीं किया है। पेमेंट देने के मामले में मकसूदापुर मिल सबसे फिसडडी साबित हुई है। निगोही चीनी मिल द्वारा 20 जनवरी तक का, रोजा चीनी मिल द्वारा 11 जनवरी तक का, तिलहर चीनी मिल द्वारा 15 दिसंबर तक का, पुवायां चीनी मिल द्वारा आठ दिसंबर तक का भुगतान किया जा चुका है।

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गन्ना विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय आऱ भूसरेड्डी ने सभी जिला गन्ना अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रेड-राट को प्लान बनाकर पूरी तरह से समाप्त किया जाना है। रेड-रॉट प्रभावित ़क्षेत्रों में गन्ना उपज एवं चीनी परता दोनों का नुकसान होता है, जिससें किसान एवं चीनी मिल दोनों ही प्रभावित होते हैं। रेड-रॉट के उन्मूलन के लिए कृषक को-0238 गन्ना किस्म के स्थान पर को़शा-8272, कोलख-94184, को़-0118, कोशा-94084, कोशा-13235, कोलख-14201 आदि गन्ना किस्मों की बुवाई करें। फसलचक्र अपनायें एवं ट्राइकोडर्मा का प्रयोग करें। फसलचक्र में ढंैचा एवं धान की फसल लें।

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