लकड़ी मंडी में हटेगा अतिक्रमण, लगाए गए लाल निशान
चुनाव निपटने के बाद नगर निगम एक बार फिर से शहर में तोड़फोड़ शुरू करने जा रहा है। निगम की टीम ने लकड़ी मंडी में पहुंचकर हड़कंप मचा दिया। जेसीबी को देखकर व्यापारियों में खलबली मच गई। उन्हें लगा कि उनके...
चुनाव निपटने के बाद नगर निगम एक बार फिर से शहर में तोड़फोड़ शुरू करने जा रहा है। निगम की टीम ने लकड़ी मंडी में पहुंचकर हड़कंप मचा दिया। जेसीबी को देखकर व्यापारियों में खलबली मच गई। उन्हें लगा कि उनके कब्जे को तोड़ दिया जाएगा। इस बीच व्यापारी नेता भी पहुंचे। कई चक्रों में बातचीत के बाद रोड के सेंटर से 22 फिट दूरी पर निशान लगाए गए हैं। टीम ने साफ कहा कि अब अपने अवैध कब्जे खुद ही हटा लें।
शनिवार को अधिशासी अभियंता दिनेश सचना, सहायक मोद नारायण झा, जेई विजय शुक्ला, अनिल रस्तोगी, मुनीर अहमद और भूपेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ गल्ला मंडी में पहुंच गए। उनके साथ जेसीबी भी मशीन थी। जिसे देखकर व्यापारियों में हड़कंप मच गया। इस बीच उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष मनीष गुप्ता के नेतृत्व में टीम से वार्ता की गई। मनीश ने कहा कि गल्ला मंडी में सड़क चौड़ीकरण को लेकर बीच का रास्ता निकाला जाना चाहिए।
जिससे कोई व्यापारी बेरोजगार न हो और प्रशासन का काम भी हो जाए। ऐसा बीच का रास्ता निकालाना चाहिए। जिस पर काफी विचार विमर्श के बाद प्रशासन की ओर से 45 फीट सड़क चौड़ी कराने सहमति बनी। सड़क के सेंटर से साढ़े 22 फीट दोनों तरफ से निशान लगाए गए। जिससे व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। व्यापारियों के शिष्टमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष विनय अग्रवाल, प्रदेश सचिव रामकुमार गुप्ता, नगराध्यक्ष वेदप्रकाश गुप्ता, जिला महामंत्री राजू बग्गा, आलोक भारती, उमेश रावत, अंकुर कटियार आदि शामिल रहे।