एक्सईएन के आदेश को ठेंगा नहीं शुरू किया काम
Shahjahnpur News - बिजली निगम के अधिकारियों ने कहा है कि कंपनियाँ मनमानी तरीके से काम कर रही हैं। कहेलिया फीडर पर नए पोल लगाकर एक साल से तार नहीं डाले गए हैं। अधिकारियों ने कंपनी से जल्द कार्य शुरू करने के लिए कहा,...

बिजली निगम के अधिकारियों के आदेश कंपनियों के सामने पौने साबित होते हैं। जिले में कंपनी मनमानी तरीके से कार्य कर रही है, कहीं पोल लगाना तो कही। तार डालना, सब मनमर्जी से चलता है। यह बात हम नहीं बल्कि बिजली निगम के अधिकारियों द्वारा जारी सरकारी आदेश कहते हैं। काम में कमी सहित केबल की गुणवत्ता को लेकर 40 से अधिक नोटिस जारी किए गए, लेकिन सुधार के नाम पर खानापूर्ति है। ताज मामला बादशाहनगर विद्युत उपकेंद्र के कहेलिया फीडर का है। बिजली उपकेंद्र से कहेलिया फीडर पर 30 किमी लंबी लाइन से करीब 59 गांव को बिजली सप्लाई दी जाती है। लाइन अधिक लंबी तथा जर्जर होने से फीडर पर नई लाइन बनाने का प्रस्ताव तैयार हुआ, लेकिन पोल लगाकर छोड़ दिया गया। कहेलिया से सिंगरहा, बरमौला गांव तक आधे अधूरे पोल लगाकर करीब एक साल से तार नहीं पड़ सके। एसडीओ, एक्सईएन की ओर से कई बार पत्राचार भी किया गया। लेकिन कार्य नहीं शुरू हो सका। मामले में सख्ती दिखाते हुए एसडीओ एचएल गुप्ता तथा एक्सईएन दुर्गेश यादव ने निरीक्षण कर कंपनी से जल्द कार्य शुरू करने को कहा था। करीब दो सप्ताह बीतने के बाद भी कार्य शुरू नहीं हो सका। अब कंपनी के कार्यों की लापरवाही पर अधिकारी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। बल्कि आख्या बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजने की बात कही है। बता दें कि
बिजली निगम में 164 करोड़ों रुपए की लागत एक निजी कंपनी को कार्य करने के लिए लगाया गया था, जिसका उद्देश्य बिजली व्यवस्था में सुधार लाना। कंपनी के कार्यों की निगरानी बिजली निगम के अधिकारियों को दी गई, लेकिन यह निगरानी केवल कागजों तक सीमित रह गई। जिले में अभी तक 60 फीसदी हुआ, जिसमें 21 हजार पोल लगाए गए तथा करीब 12 सौ किमी तार डाला गया।
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