सरकार के भरोसे नहीं रहें, सभी की सहभागिता से निपटाएं गांवों की समस्याएं
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गांवों में व्याप्त समस्याओं को अकेले सरकार दूर नहीं कर सकती...
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गांवों में व्याप्त समस्याओं को अकेले सरकार दूर नहीं कर सकती है, उसके लिए समाज की सहभागिता भी जरूरी है। इस दिशा में स्वयंसेवी संस्थाएं बेहतर काम कर रही हैं।
वह सोमवार को बनतारा स्थित विनोबा सेवा आश्रम के स्थापना के 40 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित आशीर्वाद समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रही थीं। राज्यपाल ने जनप्रतिनिधियों से बिना बजट के सेवाभाव के कार्य को आगे बढ़ाने का आह़वान किया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को गोद लेना भी सेवाभाव है। कई ऐसे कार्य हैं, जो बिना बजट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संस्थाओं द्वारा गाय, धरती माता को बचाने का प्रयास करना सराहनीय है। बोलीं : खतरनाक रासायनिक खादों से पैदा किए गए अनाज, सब्जी और फल के खाने से कई घातक बीमारियां शरीर को खराब कर रही हैं, जिसके चलते आपरेशन, इलाज का खर्च और फिर परिवार की बर्बादी। ऐसे में हमें गाय के गोबर और यूरिन से आर्गेनिक खेती की ओर लौटना होगा। पुरानी पद्धति की खेती से उगाए अनाज से बीमारियां कम होंगी। पूरे भारत में तमाम किसानों ने आर्गेनिक खेती की ओर कदम बढ़ाना शुरू किए हैं।
राज्यपाल ने बेटियों को सड़क किनारे फेंकने वालों को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि लोग बेटियाें को घर से निकाल देते हैं, ट्रेन में छोड़कर चले जाते हैं, ऐसे माता-पिता और परिवारों को ईश्वर कभी माफ नहीं करेगा। हम ऐसे बच्चों के गुनाहगार हैं। आनंदीबेन पटेल ने संस्थाओं द्वारा बच्चों को शिक्षा दिए जाने की सराहना की। बोलीं कि बच्चों को अच्छे संस्कार और अच्छा हुनर सिखाएं। अच्छे विचार और बेहतर काम सिखाकर आदर्श नागरिक और आदर्श परिवार का मुखिया बनाएं।