ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश शाहजहांपुरजिंदगी से न करें खिलवाड़, जिंदगी है अनमोल

जिंदगी से न करें खिलवाड़, जिंदगी है अनमोल

तनाव एक ऐसी मानसिक हालत है, जिसमें व्यक्ति की पॉजिटिव सोचने और बेहतर रिजल्ट तक पहुंचने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए ज्यादातर व्यक्ति ऐसी हालत में अपनी जान देने की कोशिश करते हैं। ऐसे में सावधानी...

जिंदगी से न करें खिलवाड़, जिंदगी है अनमोल
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरMon, 06 May 2019 12:16 AM
ऐप पर पढ़ें

तनाव एक ऐसी मानसिक हालत है, जिसमें व्यक्ति की पॉजिटिव सोचने और बेहतर रिजल्ट तक पहुंचने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए ज्यादातर व्यक्ति ऐसी हालत में अपनी जान देने की कोशिश करते हैं। ऐसे में सावधानी रहें।

व्यक्ति को तनाव मुक्त रहने की जरूरत है। अपनी परेशानी को बताने की जरुरत है, ताकि उसका कोई हल निकाला जा सके। तनाव होने के कई कारण होते है। कुछ लोग छोटी- छोटी बातों से ही टेंशन में आने लगते हैं। ऐसा ही शनिवार को शाहजहांपुर में हुआ। सुभाष नगर कालोनी के अनुराग और बीबीजई हददफ कालोनी की श्रेष्ठा ने फांसी लगाकर जान दे दी और अपनों को जिंदगी भर का दर्द दे दिया। वजह छोटी सी थी। दोनों को सीबीएसई के कक्षा दस को लेकर रिजल्ट की चिंता थी।

एसपी ने अभिभावकों और बच्चों से की अपील : एसपी डा. एस चनप्पा ने अभिभावकों से अपील की है। उन्होंने कहा है कि बच्चों पर किसी प्रकार का दवाब न डालें। बच्चों को प्रोत्साहित करें। एसपी ने बच्चों से भी अपील की। कहा कि परीक्षा में कोई ज्यादा नंबर लाता है, तो कोई कम। यह कोई अंत नहीं हैं। जीवन में तमाम मौके आएंगे। इसलिए मेहनत करें। कहा कि संघर्ष जीवन का अमृत है। परिश्रम कर हम लक्ष्य की प्राप्ती कर सकते हैं। तनाव को हावी न होने दें। फेल हो जाना, कम मार्क आना, फेल होने का डर सताना। या किसी अन्य कारण अपनी जिंदगी से खिलवाड़ न करें। जिंदगी अनमोल है।

बच्चे की छोटी-छोटी बातों पर दें ध्यान : जिला अस्पताल के क्लीनिकल साइकलॉजिस्ट डा. रोहितास ने बताया कि प्रतियोगिताएं बढ़ गईं हैं। ऐसे में बच्चे के प्रति ध्यान देने की जरुरत है। अगर बच्चा पढ़ाई को लेकर तनाव में हैं। नंबर कम आने पर या फिर फेल हो जाने पर मरने की बात करता है, तो उस बात को गंभीरता से लें। तनाव कार्यप्रणाली को गड़बड़ा देता है। हार्मोंस बढ़ा देते है। तनाव अधिक बढ़ जाने से व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता हैं और आत्मघाती कदम उठाता हैं।

तनाव के प्रमुख कारण

= प्रेमपूर्ण रिश्तों में खटास हो जाना।

= वैवाहिक जीवन में परेशानी होना।

= किसी गंभीर बीमारी का होना।

= आर्थिक समस्याएं ठीक न होना।

= परिवार में समस्याएं होना।

= बच्चो की फ़िक्र रहना।

= नजदीकी रिश्तों में दूरी आना।

= कर्ज और पैसों की तंगी होना।

= अपने जीवन से संतुष्ट न होना।

= अपने सपनों का पूरा न हो पाना।

= परीक्षा में फेल हो जाना।

= नौकरी न लग पाना।

वर्ष 2019 की घटनाएं

= आठ जनवरी को निगोही के एक युवक ने जहर खाकर जान दी

= आठ जनवरी को एक महिला ने फांसी लगाकर अपनी जान दी

= आठ जनवरी को बंडा के ताजपुर गांव के अरविंद को डिप्रेशन में हार्ट अटैक पड़ा।

वर्ष 2018 में हुईं घटनाएं

= 22 जुलाई को निगोही के परसौना खलीलपुर गांव के बनवारी ने आर्थिक तंगी के चलते फांसी लगाकर जान दे दी थी।

= 22 जुलाई को ही जैतीपुर के जैवेंद्र उर्फ देवेंद्र ने लापता भाई के न मिलने से परेशान होकर फांसी लगाकर जान दी थी।

= 13 जून को बंडा के पसियापुर गांव की कोमल वर्मा ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसके हाईस्कूल में कम अंक आए थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें