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क्षतिग्रस्त बाउंड्री, पर्याप्त फर्नीचर नहीं, तब भी बन गए परीक्षा केंद्र

सात फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रों पर अभी तक तैयारियां पूरी नहीं हो पाई। प्रशासनिक अफसरों के निरीक्षण में सामने आई रिपोर्ट लापरवाही की ओर इशारा कर रही है। जिन केंद्रों को बेहतर...

क्षतिग्रस्त बाउंड्री, पर्याप्त फर्नीचर नहीं, तब भी बन गए परीक्षा केंद्र
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरTue, 04 Dec 2018 02:17 AM
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सात फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रों पर अभी तक तैयारियां पूरी नहीं हो पाई। प्रशासनिक अफसरों के निरीक्षण में सामने आई रिपोर्ट लापरवाही की ओर इशारा कर रही है। जिन केंद्रों को बेहतर मानते हुए प्रस्तावित किया। वहां पर वॉयस रिकार्डर नहीं लगे मिले हैं।

आवंटित विद्यार्थियों के सापेक्ष फर्नीचर तक नहीं मिला है। कई केंद्र पर बाउंड्रीवाल तक क्षतिग्रस्त मिली है। ऐसे में प्रभारी डीआईओएस राकेश कुमार ने सख्ती दिखाते हुए प्रधानाचार्यों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने तीन दिन में परीक्षा संबंधी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिए हैं।

यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 113 केंद्रों को प्रस्तावित किया गया था। यह केंद्र जिले की हर तहसील में बनाए गए हैं। लेकिन, सेंटरों की पोल तक खुल गईं, जब प्रशासनिक अधिकारियों ने खुद भौतिक निरीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराई। अधिकतर सेंटरों पर भारी खामियां सामने आई हैं। अधिकतर केंद्रों पर तैयारियां पूरी नहीं हो पाई हैं। सबसे प्रमुख बात वॉयस रिकार्डर व कैमरे भी नहीं मिले हैं। इससे नाराज प्रभारी डीआईओएस राकेश कुमार सख्त हो गए हैं। उन्होंने तैयारियां पूरी न होने पर सख्ती दिखाई है।

प्रधानाचार्यों को पत्र जारी करते हुए कहा कि अधिकतर विद्यालयों में वॉयस रिकार्डर व सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के भौतिक निरीक्षण के दौरान प्रस्तावित केंद्रों पर बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त मिली। पेयजल, शौचालय, अग्निशमन यंत्र, बिजली व जनरेटर, कम्प्यूटर सिस्टम आदि भी नहीं मिला है। परीक्षा केंद्रों पर आवंटित परीक्षार्थियों के अनुसार शिक्षण कक्ष भी नहीं हैं। पर्याप्त फर्नीचर भी उपलब्ध नहीं था। ऐसे में दोबारा से अफसरों के निरीक्षण में स्कूल संचालकों के सामने संकट खड़ा हो जाएगा।

प्रधानाचार्यों को पत्र जारी कर दिया गया। उन्हें तीन दिन का समय दिया। जिसमें वह परीक्षा केंद्र पर आवंटित परीक्षार्थियों के अनुसार व्यवस्थाओं को पूरा करेंगे। उन्हें परीक्षा संचालन संबंधी व्यवस्थाएं पूरी करने संबंधी प्रमाण पत्र देना होगा। यदि कहीं कोई कमी पाई जाती है तो व्यक्तिगत रूप से उत्तदायी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी।

राकेश कुमार, डीआईओएस

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