नगला इब्राहिम के जंगल में बाघिन संग शावक भी मौजूद
नगला इब्राहिम के जंगल में बाघिन के साथ एक शावक भी है। वन कर्मियों ने बाघिन और शावक के पगचिन्ह मिलने की पुष्टि की...
नगला इब्राहिम के जंगल में बाघिन के साथ एक शावक भी है। वन कर्मियों ने बाघिन और शावक के पगचिन्ह मिलने की पुष्टि की है। गन्ने के खेत में एक शावक देखे जाने की भी चर्चा है। वन विभाग की टीम तीन दिन से इलाके में डेरा डाले है।
ग्रामीण बाघिन और शावक गन्ने के खेतों में छिपे होने की आशंका से दहशत में है। पुलिस भी इलाके में भ्रमण कर ग्रामीणों को सतर्क कर रही है। कई दिन से नगला इब्राहिम और नगला मधा के जंगल में बाघ की चर्चा से दहशत फैली हुई है। बाघ के डर से इलाके में ग्रामीणों ने शाम को घर से निकलना बंद कर दिया है। सहमे किसान सूरज ढलने के बाद सिचाई के लिए खेतों का रुख करने से गुरेज कर रहे हैं। तीन दिन पहले नगला इब्राहिम की नहर और गेहूं के एक खेत में बाघ के पगचिन्ह मिले थे। उसके बाद वन विभाग की टीम लगातार इलाके में रहकर निगरानी कर रही है। नगला इब्राहिम में वन कर्मियों ने वन्यजीव की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा भी लगाया है। सुबह नगला इब्राहिम इलाके के एक गन्ने के खेत में शावक देखे जाने की चर्चा फैली। वन विभाग की टीम ने आसपास के खेतों का निरीक्षण किया। ग्रामीणों की निशानदेही पर एक बाघ और शावक के ताजे पगचिन्ह मिले हैं। बाघिन बच्चे के साथ गन्ने के खेतों में छिपी होने की संभावना है। नगला इब्राहिम, नगला मधा समेत आसपास के कई गांव में ग्रामीण बाघ की दहशत से गन्ने के खेतों के आसपास नहीं फटक रहे हैं। शाम होते ही ग्रामीण घरों के अंदर दुबक रहते हैं। घरेलू पशुओं को भी ग्रामीण जंगल चराने भेजने से गुरेज कर रहे हैं। वन दरोगा अजय कुमार सिंह ने बताया बाघ और शावक के पगचिन्ह मिले हैं। टीम इलाके में मुस्तैद है। एक कैमरा भी लगा है। निगरानी की जा रही है। ग्रामीणों से सतर्क रहने को कहा जा रहा है।