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अस्थाई गोशाला की बेरिकेडिंग तोड़कर ग्रामीणों ने बांधे छुट्टा गोवंश, हंगामा

पशु चिकित्सालय परिसर में बनी अस्थायी गोशाला में ग्रामीण इलाकों के पशु रखने को लेकर खूब हंगामा हुआ। गोवंशीय पशु लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने आश्रयस्थल की बैरीकेडिंग तोड़ दी। नगर पंचायत कर्मियों के विरोध के...

अस्थाई गोशाला की बेरिकेडिंग तोड़कर ग्रामीणों ने बांधे छुट्टा गोवंश, हंगामा
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरFri, 18 Jan 2019 01:27 AM
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पशु चिकित्सालय परिसर में बनी अस्थायी गोशाला में ग्रामीण इलाकों के पशु रखने को लेकर खूब हंगामा हुआ। गोवंशीय पशु लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने आश्रयस्थल की बैरीकेडिंग तोड़ दी। नगर पंचायत कर्मियों के विरोध के बावजूद ग्रामीण पशु छोड़कर चले गए।

अस्थायी गोवंशीय आश्रयस्थल में पशुओं की देखभाल और चारे की व्यवस्था करना नगर पंचायत कर्मियों के लिए बवाल साबित हो रहा है। करीब सवा सौ पशुओं के लिए भूसा नहीं मिल रहा। कर्मियों के पशुओं की देखरेख और चारे पानी की व्यवस्था में लगे होने से सफाई व्यवस्था प्रभावित होने लगी है। ग्रामीण इलाकों से किसान भी पशुओं को लेकर आ रहे हैं। नगर पंचायत उनको रखने को तैयार नहीं है।

गुरुवार गांव मुड़िया, भमौरी, नवदिया आदि कई गांव के ग्रामीण गोवंशीय पशुओं को लेकर आ धमके। ग्रामीण छुट्टा पशुओं से अपनी फसलों को हो रहे नुकसान का हवाला देकर उनको आश्रय स्थल में रखने पर अड़ गए। नगर पंचायत कर्मियों ने पशुओं को रखने से इंकार कर दिया। ग्रामीणों से गांव में व्यवस्था करने को कहा तो ग्रामीण बिफर गए। ग्रामीणों ने आश्रय स्थल की बैरीकेडिंग तोड़कर पशु अंदर घुसा दिए।

निगरानी में लगे कर्मचारी भी विरोध में अड़ गए। जमकर हंगामा हुआ। कर्मचारियों ने बाहर किए पशु, सांड़ों में मची भगदड़अभी ग्रामीण जा ही रहे थे कि कर्मचारियों ने उनके द्वारा लाए पशु आश्रय स्थल से बाहर कर दिए। इधर अनजान पशु आश्रय स्थल में आने पर कई सांड़ भड़क गए। आश्रय स्थल में पशुओं के बीच भगदड़ मच गई।

किसी तरह कर्मियों ने पशुओं को नियंत्रण में कर ग्रामीण इलाके से लाए गए पशुओं को बाहर निकालकर बैरीकेडिंग सही की। इससे आक्रोशित ग्रामीण पशुओं को छोड़कर चले गए। अब सड़कों पर जमाया डेरापशुओं ने हाईवे समेत कस्बे में सड़कों पर डेरा जमा लिया है। ग्रामीण इलाके के पशु कस्बे में वाहनों के शोर से भड़क रहे हैं जिससे नागरिकों के चोटिल हो रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है पशु फसलें बरबाद कर रहे हैं। हम क्या करें। कम है जगह, कहां रखें इतने पशुअधिशासी अधिकारी अवनीश गंगवार ने बताया आश्रय स्थल बेहद कम स्थान में है। पहले से अधिक पशु हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस परिसर में पशु रखने की परमीशन नहीं मिली है। ग्रामीण इलाके के पशु संबंधित ग्राम पंचायत में व्यवस्था कर रखने के निर्देश हैं।

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