ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश शाहजहांपुरशाहजहांपुर और बंथरा के बीच ब्लाक, लखनऊ दिशा को जाने को भटके यात्री

शाहजहांपुर और बंथरा के बीच ब्लाक, लखनऊ दिशा को जाने को भटके यात्री

लखनऊ दिशा की ओर जाने वाले यात्री सोमवार को ट्रेनों को तरसते रहे। एक तरफ यात्री ट्रेनों में बैठे-बैठे परेशान हो गए। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों यात्रियों को ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। दरअसल, शाहजहांपुर और...

लखनऊ दिशा की ओर जाने वाले यात्री सोमवार को ट्रेनों को तरसते रहे। एक तरफ यात्री ट्रेनों में बैठे-बैठे परेशान हो गए। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों यात्रियों को ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। दरअसल, शाहजहांपुर और...
1/ 2लखनऊ दिशा की ओर जाने वाले यात्री सोमवार को ट्रेनों को तरसते रहे। एक तरफ यात्री ट्रेनों में बैठे-बैठे परेशान हो गए। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों यात्रियों को ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। दरअसल, शाहजहांपुर और...
लखनऊ दिशा की ओर जाने वाले यात्री सोमवार को ट्रेनों को तरसते रहे। एक तरफ यात्री ट्रेनों में बैठे-बैठे परेशान हो गए। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों यात्रियों को ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। दरअसल, शाहजहांपुर और...
2/ 2लखनऊ दिशा की ओर जाने वाले यात्री सोमवार को ट्रेनों को तरसते रहे। एक तरफ यात्री ट्रेनों में बैठे-बैठे परेशान हो गए। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों यात्रियों को ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। दरअसल, शाहजहांपुर और...
हिन्दुस्तान टीम,शाहजहांपुरTue, 16 Oct 2018 12:31 AM
ऐप पर पढ़ें

लखनऊ दिशा की ओर जाने वाले यात्री सोमवार को ट्रेनों को तरसते रहे। एक तरफ यात्री ट्रेनों में बैठे-बैठे परेशान हो गए। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों यात्रियों को ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। दरअसल, शाहजहांपुर और बंथरा के बीच ब्लाक के चलते स्लीपर बदलने का काम किया गया। जिसके चलते एक से शाम छह बजे तक रेल यातायात बाधित रहा। दोपहर बाद एक बजे से ब्लाक शुरू हो गया था। हालांकि, काम सुपरफास्ट अर्चना एक्सप्रेस को निकालने के बाद टीआरटी मशीन ने स्लीपर गिराने का काम शुरू किया।

इस दौरान एक बजे आने वाले त्रिवेणी एक्सप्रेस भी बरेली से नहीं चलाई गई। इस ट्रेन से सफर करने के लिए आने वाले यात्रियों को मायूसी हाथ लगी। वहीं सियालदाह एक्सप्रेस भी पूछताछ काउंटर के बोर्ड पर लंबी देरी से आना बताया गया।ट्रेनों का टोटा होने के चलते बहुत से यात्रियों ने बस पकड़ना ही मुनासिब समझा। वहीं गांव गिरांव से आए मुसाफिर ट्रेनों के आने का इंतजार करते रहे। तमाम यात्री परेशान नजर आए। कुछ सीटों पर बैठे-बैठे सो तक गए।वहीं दूसरी तरफ रुकी ट्रेनों में यात्रियों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। शाम छह बजकर 50 मिनट पर त्रिवेणी एक्सप्रेस को निकाला गया। उसके बाद सात बजे सियालदाह निकाली जा सकी।

स्लीपर बदलने का हुआ काम: ब्लाक लेकर लाइन नंबर दो को मजबूत करने का काम किया गया। टीआरडी मशीन से स्लीपर बदले गए। मशीन से स्लीपर बदलने की प्रक्रिया को देखने में काफी भीड़ लगी रही।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें