दूध व फल नहीं बांटने वाले 15 प्रधानाचार्यों से स्पष्टीकरण तलब
मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत हर सोमवार को फल और दूध नहीं बांटने वाले 15 प्रधानाचार्यों से स्पष्टीकरण मांगा गया। प्रभारी डीआईओएस ने दो दिन में जवाब देने के लिए निर्देश दिए हैं।तीन सितंबर को...
मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत हर सोमवार को फल और दूध नहीं बांटने वाले 15 प्रधानाचार्यों से स्पष्टीकरण मांगा गया। प्रभारी डीआईओएस ने दो दिन में जवाब देने के लिए निर्देश दिए हैं।तीन सितंबर को जन्माष्टमी का अवकाश होने की वजह से विद्यालयों में अवकाश था। ऐसे में अगले दिन फल बांटने के निर्देश दिए ग थे।
फल बांटकर आईजीआरएस प्रणाली के अंतर्गत सूचना भी देना थी। लेकिन, 11 विद्यालयों ने कोई अपडेट नहीं दिया। ऐसे में मान लिया कि शासन की इस महत्वपूर्ण योजना में प्रधानाचार्य ने रूचि नहीं ली।बीएसए ने माध्यमिक विद्यालयों के मामले में डीआईओएस से पत्राचार किया। प्रभारी डीआईओएस एके मिश्रा ने पुरुषोत्तम आदर्श इंटर कॉलेज जलालाबाद, विनोबा भावे इंटर कॉलेज कांट, विवेकानंद कन्या इंटर कॉलेज पुवायां, क्रिश्चियन गल्र्स हाईस्कूल, जीजीआईसी, हर कुमार पाठक कॉलेज, नेशनल गल्र्स कॉलेज, विश्वनाथ हायर सेकेंडरी स्कूल, जीजीआईसी तिलहर, एलबीजेपी इंटर कॉलेज तिलहर को पत्र भेजा है। इन 11 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से स्पष्टीकरण तलब किया है।
दूध नहीं बांटा, स्पष्टीकरण तलब: प्रभारी डीआईओएस एके मिश्रा ने चार कॉलेजों को पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने रेलवे इंटर कॉलेज रोजा, गांधी विचार प्रचार उच्च माध्यमिक विद्यालय कुरिया कलां कांट, पुवायां इंटर कॉलेज पुवायां, श्री मंगलसेन भारतीय इंटर कॉलेज में पांच सितम्बर को दूध का वितरण नहीं किया गया। इसकी पुष्टि आईवीआरएस प्रणाली से हुई। जबकि दूध वितरण के लिए विद्यालय के खाते में धनराशि को उपलब्ध कराया जा चुका है।