एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के लिए बुधवार को होने वाली परीक्षा में बहिष्कार के बावजूद 19 शिक्षक शामिल हो गए। सीडीओ के मोर्चा संभालने के बाद कुछ शिक्षक शामिल हो सके। वहीं दूसरी तरफ विभाग ने परीक्षा के लिए गुरुजनों को एक मौका दिया है। एआरपी के चयन को लेकर विरोध शुरू हो गया था। जिसके चलते महकमे के पास आवेदन करने वाले नहीं थे। कई बार आवेदन की तिथि बढ़ाई गई। बमुश्किल 80 पदों के लिए 59 शिक्षकों ने आवेदन किए थे। परन्तु विभाग टारगेट से चूक गया था।आवेदन करने वाले 59 शिक्षकों की परीक्षा का आयोजन गुरुवार को जीआईसी में होना था। परीक्षा से पहले ही प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के पदाधिकारी पहुंच गए। उन्होंने आवेदन करने वाले शिक्षकों से मुलाकात की। बताया कि शिक्षक हित की विभिन्न समस्याओं को लेकर एआरपी का बहिष्कार किया जा रहा है। शिक्षक नेताओं की बात को गुरुजनों ने मान लिया। वहीं दूसरी तरफ शिक्षकों के जीआईसी के अंदर नहीं आने पर बीएसए राकेश कुमार भी पहुंच गए। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी सीडीओ महेंद्र सिंह तंवर को दी। कुछ देर के बाद भी तंवर भी पहुंच गए। उनके आने के बाद शिक्षक नेता इधर-उधर हो गए। तब 13 शिक्षक अंदर गए। बीएसए की निगरानी में उन्हें पेपर बांटे गए और परीक्षा को शुरू कराया गया। हालांकि, कुछ देर के बाद परीखा देने वालों की संख्या 19 हो गई थी। ---अब छह को होगी परीक्षा-जीआईसी में एआरपी की परीक्षा से वंचित रह गए शिक्षकों के लिए एक मौका और दिया गया। बीएसए राकेश कुमार ने बताया कि छह दिसम्बर को अपरान्ह तीन बजे दोबारा परीक्षा होगी। जिसमें वंचित रह गए आवेदक शामिल हो सकते हैं। कोई अभ्यर्थी पद के लिए आवेदन करना चाहता है तो वह परीक्षा तिथि तक कर सकता है।
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