घटने लगा है सरयू नदी का जलस्तर पड़रिया में लगी कटान
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर जिले में सरयू नदी का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है, जिससे कटान शुरू हो गई है। पौली के पड़रिया में खेती योग्य भूमि नदी में समाहित हो रही है। श्मशान स्थल भी खतरे में है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों...

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में सरयू नदी का उफनाया जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। इसी के साथ कटान लगना शुरू हो गई है। पौली के पड़रिया में कटान से खेती योग्य भूमि नदी में समाहित हो रही है। नदी के पास बना श्मशान स्थल भी चपेट में आ गया है। वहीं जिन इलाकों में बाढ़ का पानी भरा है वहां समस्याएं बरकरार हैं। सरयू नदी का जल स्तर कम होने से बाढ़ पीड़ितों को राहत मिली है। चार दिनों के भीतर नदी का जलस्तर लाल निशान से 50 सेमी. नीचे आ गया है। सोमवार की शाम 4 बजे लाल निशान 79.400 मीटर के सापेक्ष नदी का जलस्तर कम होकर 79.000 मीटर पर आ गया।
मंगलवार की सुबह 10 सेमी और नीचे पहुंच गया। पानी कम होने के साथ कटान लगना शुरू हो गई है। पड़रिया में लगभग एक किमी की सीमा में आने वाली खेती योग्य भूमि नदी में समाहित हो गई है। कटान श्मशान स्थल के पास लगने से विलीन होने का खतरा बढ़ गया है। वहीं नदी की धारा और बांध के बीच बसे आगापुर-गुलरिहा, खालेपुरवा, चपरापूर्वी-पटवा टोला, दौलतपुर, गायघाट दक्षिणी, चकदहा, गुनवतिया, सरैया-खरैया, ढोलबजा, सीयरकला आदि डेढ़ दर्जन से अधिक गांव अभी भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी से डूबे हुए हैं। उक्त गांवों के ग्रामीणों को जरूरी कार्यों के लिए बाहर जाने के लिए नावों का ही सहारा है। इन गांवों में लोगों के समक्ष अन्य दुश्वारियों के साथ पशुओं के चारे का भारी संकट उत्पन्न हो गया है।

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