ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश संतकबीरनगरसंतकबीरनगर में आठ लाख की लूट, दो लुटेरे गिरफ्तार

संतकबीरनगर में आठ लाख की लूट, दो लुटेरे गिरफ्तार

संतकबीरनगर/लोहरौली। गोरखपुर से नकदी लेकर आ रहे वेस्टर्न यूनियन की शाखा पर काम...

संतकबीरनगर में आठ लाख की लूट, दो लुटेरे गिरफ्तार
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,संतकबीरनगरMon, 14 Mar 2022 03:33 AM
ऐप पर पढ़ें

संतकबीरनगर/लोहरौली। गोरखपुर से नकदी लेकर आ रहे वेस्टर्न यूनियन की शाखा पर काम करने वाले युवक से शनिवार देर शाम दुधारा थाना क्षेत्र में बदमाशों ने 7.92 लाख रुपये लूट लिए। पुलिस ने रविवार को दो लुटेरों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से लूट के रुपये और दो तमंचे बरामद किए हैं।

संतकबीरनगर जिले के दुधारा थाना क्षेत्र के रामचन्द्र पुत्र स्वर्गीय राम सुभग निवासी ग्राम व पोस्ट सेमरियावां ने शनिवार को थाने पर लूट की सूचना दी। बताया कि वह संदीप पुत्र स्वामीनाथ निवासी ग्राम व पोस्ट सेमरियावां थाना दुधारा को अपने रिश्तेदार के यहां पैसा लाने गोरखपुर भेजा था। वह 7 लाख 92 हजार 100 रुपये लेकर आ रहा था। रास्ते में सालेहपुर व नव्वागांव (च्यूटना) के बीच दो अज्ञात बदमाशों ने उसकी मोटर साइकिल में ठोकर मार दी और पैसा छीनकर भाग गए। थाना दुधारा में अभियोग दर्ज किया गया। एसपी ने लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस के साथ ही एसओजी टीम को भी लगाया।

जांच में एक व्यक्ति शक के दायरे में आया। इस पर पुलिस टीम ने उसकी निगहबानी शुरू की। रविवार को सूचना मिली कि दुधारा के इस्लामाबाद के पास दो युवक कहीं जाने की फिराक में हैं। प्रभारी निरीक्षक थाना दुधारा सर्वेश राय व प्रभारी एसओजी धर्मेन्द्र कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने दो बदमाशों को इस्लामाबाद के पास से गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान कमल कुमार वर्मा पुत्र गोपाल प्रसाद निवासी निवासी बाघनगर व गणेश राजपूत पुत्र नन्दलाल निवासी सेमरियावां टोला बौलिया के रूप में हुई। पुलिस ने उनके कब्जे से दो अवैध तमंचा, दो जिंदा कारतूस व लूट के रुपये बरामद किए हैं।

पीड़ित के साथ ही काम करता है एक बदमाश

पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उन्होंने 12 मार्च को देर शाम नव्वागांव रविदास मंदिर के पास संदीप से रुपये लूटे थे। गणेश भी वहीं काम करता है, जिनके यहां संदीप काम करता है। गणेश को 11 मार्च की शाम जानकारी हो गई थी कि संदीप अपने मालिक रामचन्द्र के रिश्तेदारी में गोरखपुर जाकर रुपये लाएगा। गणेश ने बताया कि उसने धनी कार्ड पर लोन लिया था। लोन का पैसा जमा करने की तिथि 12 मार्च को थी। इसके अतिरिक्त उन दोनों को पैसे की जरूरत थी। वारदात के दिन गणेश ने दुकान से छुट्टी ले ली। इसके बाद दोनों कांटे चौराहे पर पहुंचकर संदीप के आने का इंतजार करने लगे। उसके आने पर पीछा करके नौवांगाव रविदास मंदिर के पास उसे मोटरसाइकिल से धक्का देकर गिरा दिया। फिर रुपये वाला बैग छीनकर साफियाबाद होते हुए बस्ती चले गए। वहां से रात में वापस आए। रुपये का बैग कमल वर्मा ने अपनी दुकान पर रख दिया। उसमें से दोनों ने एक-एक लाख रुपये खर्च के लिए निकाल लिए। शेष बाद में बांटने के लिए छोड़ दिया। घटना के समय पहचान छिपाने के लिए गणेश ने हेलमेट लगा लिया था।

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें