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जिले में कोरोना का टीका समाप्त, चहुंओर हाहाकार

संतकबीरनगर। निज संवाददाता टीके की कमी की वजह से जिले हाहाकार मचा

जिले में कोरोना का टीका समाप्त, चहुंओर हाहाकार
हिन्दुस्तान टीम,संतकबीरनगरThu, 29 Jul 2021 11:50 PM
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संतकबीरनगर। निज संवाददाता

टीके की कमी की वजह से जिले हाहाकार मचा हुआ है। जिले के अधिकतर टीकाकरण केन्द्रों पर प्रतिरक्षण का कार्य ठप है। महज 13 केन्द्रों पर टीका लगाया गया है। उसमें भी 1125 लोगों को ही प्रतिरक्षित किया गया है। जिन केन्द्रों पर अधिक संख्या में टीकाकरण के लिए लोग आते थे उन केन्द्रों पर प्रतिरक्षण कार्य रोक दिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. इंद्रविजय विश्वकर्मा ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में टीका उपलब्ध न होने की वजह से टीकाकरण कार्य रोक गया है।

जिले में एक दिन में दस हजार लोगों को प्रतिरक्षित किया जा सकता है। इतने मैन पावर को प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिस प्रकार की योजना तैयार की गई थी उस प्रकार से टीका लगाया जाता तो दो माह में ही जिले की आठ लाख आबादी को प्रतिरक्षित किया जा सकता है।

दूसरी और शासन से टीका न मिलने की वजह से प्रतिरक्षण कार्य में ठहराव सा आ गया है। जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों को खुद नहीं पता रहता है कि अगले दिन टीका लगेगा कि नहीं। जिले में वैक्सीन मिलेगी तो कहां से मिलेगी। तीन माह के दौरान जिले में 13 बार वैक्सीन गोरखपुर जिले से आपूर्ति की गई।

इसके अलावा बस्ती मंडल मुख्यालय से वाहन भेज कर भी वैक्सीन मंगाई गई है। प्रदेश मुख्यालय के अलावा वाराणसी से भी वैक्सीन लाने के लिए वाहनों को भेजा गया है। टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की हालत रोज कुआं खोद कर पानी पीने जैसी हालत हो गई है। शासन से वैक्सीन आवंटित होने के बाद जिले से वैक्सीन वाहन रवाना होता है और अगले दिन टीका लग जाने के बाद अगली खेप का इंतजार किया जाता है। शासन से कभी भी एक सप्ताह तक के लिए भी वैक्सीन का आवंटन नहीं हो पाया है।

‘शासन से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का आवंटन न होने की वजह से बीच-बीच में टीकाकरण अभियान को सुस्त कर दिया जाता है। जैसे ही टीका मिल जाता है वैसे ही टीकाकरण की स्पीड बढ़ा दी जाती है।

डा. इंद्रविजय विश्वकर्मा

मुख्य चिकित्साधिकारी

प्रतियोगी परीक्षाओं के चलते टीकाकरण केन्द्रों पर उमड़ रही भीड़

प्रतियोगी परीक्षाओं के चयलते टीकाकरण केन्द्रों पर युवाओं की भीड़ उमड़ रही है। 20 से 40 वर्ष के युवा सबसे अधिक टीकारण के लिए आ रहे हैं। बी-एड की परीक्षा में प्रवेश पत्र के साथ टीकाकरण कार्ड लेकर आने के लिए कहा गया है। यही वजह है कि शिक्षक बनने की चाहत रखने वाले महिला और पुरुष प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण के लिए केन्द्रों पर लाइन लगा रहे हैं।

अगस्त माह में लोक सेवा आयोग, प्रवक्ता के अलावा प्रशिक्षित स्नातक की परीक्षा की तिथि निर्धारित कर दी गई है। युवा वर्ग भी किसी प्रकार की चूक नहीं करना चाह रहे हैं। युवाओं को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं वैक्सीनेशन के अभाव में परीक्षा में प्रवेश से वंचित न कर दिया जाए।

जिला अस्पताल में प्रतिरक्षण कराने के लिए आई प्रियंका सिंह ने बताया कि परीक्षा में प्रतिभाग करने वाले लोगों को टीकाकरण कार्ड लेकर आने को कहा गया हैञ। यही कारण है कि हम लोग परीक्षा आयोजित होने से पहले टीका लगवा लेना चाह रहे हैं।

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