मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं चंदनी के ग्रामीण
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर जिले के चंदनी गांव में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। टूटी सड़कों, गंदगी और जल निकासी की समस्याओं के कारण ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यहां की हैंडपंप दूषित पानी दे रहे हैं...

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के बघौली ब्लाक की ग्राम पंचायत चंदनी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। टूटी सड़कें चारों तरफ फैली गन्दगी, जाम नाली इस गांव की पहचान बन गई है। गांव में जगह-जगह गन्दगी फैली है। नालियों जाम हैं। जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। गन्दगी व जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। गन्दा पानी निजी जमीन में बह रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों को गन्दगी व जलजमाव समेत अन्य परेशानिया झेलनी पड़ रही हैं। बरसात के मौसम मे यह समस्या और गंभीर हो जाती है। नाली का पानी जाम रहता है। गांव में शुद्ध पेयजल की समस्या है।
हैण्डपम्प दूषित पानी दे रहे हैं। अधिकांश सड़कें बदहाल हैं। बघौली ब्लाक के चंदनी में ग्रामीण बदहाल जीवन जी रहे हैं। जिम्मेदार गांव के विकास को लेकर लापरवाह बने हैं। बरसात में लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पडता है। गांव में सफाईकर्मी नदारद हैं। गांव की साफ सफाई बेहतर तरीके से नहीं की जा रही है। गलियों में गंदगी पसरी हुई है। इसकी वजह से लोगों को दुर्गंध का सामना हर समय करना पड़ रहा है। गंदगी व जलभराव होने की वजह से यहां के नागरिक पल-पल दुश्वारियां को झेलते हैं। जल निकासी की समस्या के निदान के लिए जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते अभी तक धरातल पर कोई ठोस कार्य होता नहीं दिख रहा है। घरों के सामने नाली का पानी इकट्ठा करने को मजबूर हैं। बरसात का पानी मोहल्ले से बाहर बड़ी मुश्किल से जा पाता है। इससे आने-जाने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। पहले की बनी अधिकांश नालियां टूटी हैं। कूड़ा करकट नाली में पड़ा रहता हैं। पुरानी नालियों की नियमित सफाई न होने की वजह से गंदगी से पटा रहता है। गांव की सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं। टूटी फूटी सड़को पर आने जाने से ग्रामीण चुटहिल हो जाते हैं। इस गांव में हैण्डपम्प का शुद्ध पानी तक मुहैय्या नहीं है। इंडिया मार्का हैंडपम्प बदहाल हैं। ब्लाक की तरफ से वाटर सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इस गांव में सडक व नाली की समस्या लम्बे समय से चली आ रही है।जिसका निराकरण होता नही दिख रहा है।जल निकासी का सपना पूरा होता नही दिख रहा है। शुद्ध पेयजल की सुविधा मयस्सर नहीं इस ग्राम सभा में शुद्ध पेयजल की सुविधा मयस्सर नहीं है। गांव में पहले से इंडिया मार्का हैण्डपम्प लगे हैं। इनमें से अधिकांश हैंडपंप खराब हो चुके हैं। ग्रामीणों ने अपनी सुविधा के लिए घरों में देशी नल लगा रखे हैं। देशी नल दूषित जल दे रहे हैं। जिसे पीना बीमारियों को निमंत्रण है। मजबूरी में लोग इसी का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं इन नलों से निकलने वाला पानी अधिकांश लोगो के दरवाजे पर जमा हो रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। सफाई न होने से गन्दगी व जल भराव के चलते मच्छरों का प्रकोप बराबर रहता है। इसके निदान की मांग की गई लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। . जल निकासी की समस्या झेल रहे ग्रामीण चंदनी गांव मे जल निकासी एक गंम्भीर समस्या बन गई है। दशकों से यहां के ग्रामीण इस समस्या को झेल रहे हैं। आम दिनो में भी पानी बहने की व्यवस्था नहीं है। पुरानी नाली है, वह भी जगह जगह टूट चुकी है। जो गन्दगी से जाम रहती है। बरसात मे जल निकासी की समस्या बढ़ जाती है। पहले की बनी नालियां संकरी हैं। बरसात के मौसम मे यहां की जनता काफी दुश्वारियां झेलती है। जल निकासी की समस्या इस गांव में लम्बे अर्से से चली आ रही है। लोगों के घरों के सामने नाली का गन्दा पानी पसरा रहता है। अधिकांश सड़कें हो चुकी हैं खस्ताहाल इस ग्राम सभा में ग्रामीणों को चलने के लिए अच्छी सड़क की सुविधा नहीं मिल सकी है। गांव के अधिकांश रास्ते बदहाल हो गए हैं। गांव में आने जाने के लिए बने रास्ते जगह जगह उखड़ चुके हैं। अन्दर जाने का रास्ता टूटा-फूटा है। लोग वाहनों से हिचकोले खाते हुए जाने को मजबूर होते हैं। इसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। बदहाल रास्तों से ग्रामीण अक्सर गिरकर चुटहिल हो जाते हैं। इसे लेकर जिम्मेदार लापरवाह बने रहते हैं। गांव में पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं गांव में रास्ते पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था नहीं है। यदा-कदा स्थानों पर ही लाईट लगी है। यहां हर पोल पर स्ट्रीट लाईट नहीं लगी है। इसके चलते दिन ढलने के साथ ही गांव के अधिकांश रास्ते अंधेरे में डूब जाते हैं। रात के समय सड़कों पर गहरा अंधेरा छाया रहता है। ऊबड़ खाबड़ रास्तों से चोट खाने का डर बना रहता है। आस पास झाड़ झंखाड़ होने से जहरीले जंतुओं का खतरा बना रहता है। खेल मैदान में गन्दगी का अम्बार इस गांव मे शासन की तरफ से खेल मैदान बनवाया गया हैं। उद्देश्य था कि यहां पर गांव की प्रतिभाएं अभ्यास कर आगे के लिए जा सकती हैं। परन्तु यह बदहाली का शिकार हो गया है। इसके चलते इस खेल मैदान में कूड़ा-करकट व घास फूस उगी हुई है। उपेक्षा के चलते खेल मैदान चारागाह बन गया है। सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवन पर ताला रहता है बंद गांव में ग्रामीणों की सुविधा के लिए सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवन का निर्माण हुआ है। यहां पर अक्सर ताला बन्द रहता है। जिसके चलते ग्रामीणों को भारी कठिनाई होती है। सामुदायिक शौचालय बंद होने से ग्रामीणों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ता है। वहीं पंचायत भवन बंद रहने से यहां ग्रामीणों का काम नहीं हो पाता है। ग्रामीणों को आय, जाति, जन्म प्रमाण पत्र, खसरा खतौनी जैसे छोटे कामों के लिए भी ब्लाक व तहसीलों का चक्कर लगाना पड़ता है। लोगों को योजनाओं की जानकारी नहीं हो पाती है। एडीओ पंचायत दीप श्रीवास्तव ने कहा कि गांव के लोगों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। पेयजल, सफाई, जलनिकासी का कार्य प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र होना प्रस्तावित है। सभी जरूरी सुविधाएं बहाल की जाएंगी। अन्य कोई समस्या होगी तो उसे भी दूर कराया जाएगा। विधायक अनिल त्रिपाठी ने कहा कि विधान सभा क्षेत्र के सभी गांवों में विकास कार्य कराए जा रहे हैं। यहां भी काम काराए जाएंगे। इस ग्राम सभा के विकास का प्रस्ताव जिम्मेदारों से मांगा गया है। जो काम बाकी है उसे भी शीघ्र ही शुरू करा दिया जाएगा। ग्रामीणों की सुविधा का ध्यान रखा जाएगा।
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