किसान आंदोलन को लेकर सतर्क हुआ प्रशासन
संतकबीरनगर। निज संवाददाता कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल
संतकबीरनगर। निज संवाददाता
कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन पर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। जनपद के सभी तहसील मुख्यालय के थानों पर अतिरिक्त फोर्स लगा दी गई है। एसडीएम व सीओ स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर क्षेत्र में अतिरिक्त निगरानी रखेंगे। प्रशासन ने किसान संगठन के द्वारा घोषित काला दिवस को बातचीत के जरिए निपटाने का निर्णय लिया है।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी दिल्ली के आसपास पिछले छह माह से किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। कोविड-19 संक्रमण के इस दुखदायी समय में भी किसान लगातार आंदोलित हैं।
किसान संगठनों ने 26 मई को देशव्यापी विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया। इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया। जिले के तीनों तहसीलों में तैयारी कर लिया गया है। जानकारों की मानें तो एसडीएम व सीओ लगातार किसान संगठन व नेताओं के संपर्क में हैं।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए वार्ता के जरिए हल निकालने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। तहसील मुख्यालय के थानों की फोर्स के अतिरिक्त एहतियातन दो इंस्पेक्टर, 12 एसआई और 40 महिला एवं पुरूष कांस्टेबल को तैनात किया गया है। प्रशासन किसानों पर बल प्रयोग करने के मूड़ में नही है।
कानून एवं शांति व्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए वार्ता के जरिए ही मामले का निस्तारण किया जाएगा। दूसरी तरफ किसान संगठनों ने आंदोलन के लिए अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है। लोकल इंटेलीजेंस की टीम भी लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट करने में जुटी हुई है।
किसान आंदोलन के मद्देनजर पूरा एहतियात बरता जा रहा है। तहसील मुख्यालय पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। जो एसडीएम व सीओ के देखरेख में काम करेंगे। कहीं पर भी कानून व शांति व्यवस्था को प्रभावित होने नहीं दिया जाएगा।
संतोष कुमार सिंह, एएसपी
संतकबीरनगर