योगी सरकार की गवर्नेंस नाकामी बनेगी चुनावी मुद्दा: ओवेसी
संभल। संवाददाता संभल में एआईएमआईएम अध्यक्ष असदउद्दीन ओवेसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में...
संभल। संवाददाता
संभल में एआईएमआईएम अध्यक्ष असदउद्दीन ओवेसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में योगी सरकार की गवर्नेंस की नाकामी मुद्दा बनेगी। उत्तर प्रदेश में रूल आफ ला के बजाये रूल बाई गन का गवर्नेंस चला है। जेल के अंदर लोगों की हत्याऐं हुई हैं। कोविड के समय यूपी की जनता को यतीम बनाकर छोड़ दिया गया।
एआईएमआईएम नेता मुशीर खां तरीन के यहां बनाये गये पार्टी कार्यालय का उदघाटन करने से पहले उनके आवास पर पत्रकार वार्ता में असदउद्दीन ओवेसी ने बनारस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड की रोकथाम का काम बेहतर ढ़ंग से करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ किये जाने को लेकर कहा कि देश के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश की जनता की तकलीफ,उनकी मौत व उसनकी बेबसी से इतना डिस्कनेक्ट हैं कि आज उन्होंने उत्तर प्रदेश में आकर अपनी नाकामी कबूल करने के बजाये कोविड से मरने वाले लाखों लोगों के परिजनों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर कहा कि पीएफआर रेट सन दो हजार में 3.2 से सन 2018 में 2.2 पर आ गया। वह कैसे आया क्या डराने से आया या किसी कानून से। मोदी सरकार ने दिसम्बर 2020 में सुप्रीम कोर्ट में एफेडेविड देकर कहा जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत नहीं है तो फिर यह यूपी सरकार वाला 56 इंच के सीने के खिलाफ कैसे जा रहा है। दूसरा यह आर्टिकल 21 के खिलाफ है। यह कानून बना तो महिलाओं का एबार्शन होगा यह एक्सपर्ट की रिपोर्ट है। जनसंख्या को ताकत बनाओ कमजोरी क्यों बना रहे हो। सरकार शिक्षा नौकरी व चिकित्सा जैसी सुविधाऐं नहीं दे पा रहे हो यह सब शुरु कर दिया।
ओवेसी बोले मेरे मजनू बन गये हैं योगी
संभल। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदउद्दीन ओवेसी ने सैक्टर में उत्तर प्रदेश सरकार को नाकाम बताते हुए कहा कि हैल्थ के मामले में यूपी सरकार ने जनता को धोखा दिया है। कोरोना काल में जो हुआ वह सबने देखा है। लोगों को न डाक्टर इलाज के लिए मिला और न ही दवा और आक्सीजन। इसके बाद ओवेसी ने तंज करते हुए कहा कि किस तरह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हर टीवी के इंटरव्यू में असदउद्दीन ओवेसी के मजनू बन चुके हैं और बार बार लैला को याद करते हैं। वह बतायें कि उत्तर प्रदेश में हैल्थ सेंक्टर में वह शहर से गांव तक फेल हैं कि नहीं।
जब बेसकूर साबित होंगे आतंक आरोपी तो कोई जिक्र नहीं करेगा
संभल। लखनऊ में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में कुछ लोगों की गिरफ्तारी पर कहा कि कोर्ट इन लोगों को बेसकूर करार देगा तो क्या मीडिया और आरोप लगाने वाले लोग इनसे माफी मांगेंगे। मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे मामलों को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया जाता है और जब कोर्ट बरी कर देता है तो कोई जिक्र नहीं करता।