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गुन्नौर में दिल्ली को संचालित दो फर्जी रोडवेज बसें पकड़ीं

परिवहन विभाग और यातायात पुलिस के संयुक्त चेकिंग अभियान में अधिकारियों ने संभल जिले के गुन्नौर से दिल्ली के लिए दौड़ने वालीं दो फर्जी रोडवेज बसें पकड़ लीं। दोनों ही बसों का रंग रोडवेज जैसा था और उन पर...

गुन्नौर में दिल्ली को संचालित दो फर्जी रोडवेज बसें पकड़ीं
हिन्दुस्तान टीम,संभलSat, 21 Sep 2019 12:35 AM
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परिवहन विभाग और यातायात पुलिस के संयुक्त चेकिंग अभियान में अधिकारियों ने संभल जिले के गुन्नौर से दिल्ली के लिए दौड़ने वालीं दो फर्जी रोडवेज बसें पकड़ लीं। दोनों ही बसों का रंग रोडवेज जैसा था और उन पर उत्तर प्रदेश परिवर्तन लिखकर रोडवेज का लोगो बनाया गया था। अभियान में तीन अन्य वाहनों को सीज करने के साथ ही सात वाहनों के चालान किए गए। इस कार्रवाई से अनाधिकृत रूप से वाहन चलाने वालों में हड़कंप मचा रहा। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद के निर्देशन में एआरटीओ अम्बरीश कुमार और टीएसआई अनुज कुमार ने शुक्रवार को संभल जिले के संभल, चन्दौसी और गुन्नौर थाना इलाके में सड़कों पर अनाधिकृत रूप से दौड़ने वाले वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया।

गुन्नौर में रोडवेज बस के रंग में रंगी एक बस में सवारियां बैठी मिलीं। उत्तर प्रदेश परिवहन के अंदाज में इस पर उत्तर प्रदेश परिवर्तन लिखा था। कुछ देर बाद ही एक और फर्जी रोडवेज बस पकड़ ली गई। एआरटीओ ने बताया कि बसों को रंग और लिखाई से ऐसा बनाया गया था जो रोडवेज बस जैसी लग रही थी। अनाधिकृत रूप से दौड़ रहीं दोनों फर्जी रोडवेज बसों को सीज कर गुन्नौर थाना पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया। यह बसें गुन्नौर क्षेत्र से दिल्ली के लिए चलती हैं। तीन अन्य वाहन सीज, सात के चालाननखासा थाना क्षेत्र में दो अपंजीकृत आटो पकड़े गए और बनियाठेर थाना इलाके में एक टेंपो को पकड़ने की कार्रवाई की गई। इन वाहनों को संबंधित थाने में सीज कराया गया। सात अन्य वाहनों के चालान किए गए। एआरटीओ ने बताया कि इस कार्रवाई से करीब दो लाख रूपए का राजस्व विभाग को प्राप्त होगा।

अनाधिकृत वाहन संचालन के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। इनसेट-धड़ल्ले से दिल्ली के लिए दौड़ रहीं फर्जी रोडवेज बसेंलापरवाहीयात्रियों से वसूला जाता है रोडवेज बस की तरह किरायापरिवहन विभाग ने पहले भी की कार्रवाई, पर अंकुश नहींसंभल। हिन्दुस्तान संवाद गुन्नौर क्षेत्र से दिल्ली के लिए फर्जी रोडवेज बसें संचालन धड़ल्ले से जारी है। परिवहन विभाग की कार्रवाई के बाद भी इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। आंकड़े के अनुसार, जुलाई से अब तक एक दर्जन से अधिक बसों को सीज किया गया है।परिवहन विभाग के नियमों को ताक पर रखकर गुन्नौर से दिल्ली के लिए फर्जी रोडवेज बसों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है। खास बात यह है कि बसें ठीक उसी रंग में रंगी हैं जैसी असली बसें होती हैं। लोग बस में सवार होते हैं तो उनसे किराया भी रोडवेज बस की तरह ही वसूला जाता है। वैसे इन बसों के खिलाफ जुलाई महीने से कार्रवाई तेज हुई और अब तक एक दर्जन से अधिक बसों को सीज किया गया। पुलिस औ्र परिवहन विभाग की कार्रवाई से भी इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर परिवहन विभाग और यातायात पुलिस ने वाहनों के अनाधिकृत संचालन को लेकर अभियान छेड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि सड़कों पर वही वाहन चल सकेगा जो नियमों का पालन करा रहा होगा। नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। रोडवेज बस समझकर सवार हो जाते हैं यात्रीसंभल। सवारियां बैठाकर दिल्ली आती-जाती नकली रोडवेज बसों को रंग और उसकी लिखावट के आधार पर जल्दी से फर्जी होने के अनुमान नहीं लगता है। इसी कारण यात्री उन्हें रोडवेज बसें समझकर सवार हो जाते हैं। चेकिंग के दौरान परिवहन और पुलिस के अधिकारी भी तेज गति में होने के कारण रोडवेज बस के भ्रम में इन्हें नहीं रोकते हैं। आगे शीशे पर दोनों तरफ रोडवेज का लोगो बनाकर बीच में उत्तर प्रदेश परिवर्तन लिखा होता है। देखने में परविर्तन शब्द परिवहन जैसा ही लगता है।

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