हादसों के बाद भी जिले में डग्गामार वाहनों पर नहीं लग रहा ब्रेक
Sambhal News - जनपद में डग्गामार वाहनों के कारण सड़क हादसे बढ़ते जा रहे हैं। नवंबर में 32 हादसों में 24 लोगों की मौत हुई और 22 लोग घायल हुए। ट्रैफिक पुलिस ने सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया, लेकिन इससे स्थिति में...

जनपद में आए दिन हादसों के बाद भी डग्गामार वाहनों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। आए दिन हादसे हो रहे हैं और उसके बाद भी ओवरलोडिंग व डग्गामारी नहीं रूक रही है। बीते नवंबर में ट्रैफिक पुलिस ने यातायात जागरूकता माह के रूप में मनाया और लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिदिन अभियान चलाए, लेकिन हादसों में कोई कमी नहीं आई। जिले में 32 सड़क हादसे हुए, जिनमें 24 लोगों ने जान गंवाई और 22 लोग घायल हो गए। घायलों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया। जिले में संभल-मुरादाबाद, हसनपुर, जोया के साथ ही गवां, चन्दौसी और गुन्नौर आदि मार्गों पर डग्गामार वाहन दौड़ रहे हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं, और लोगों की मौत हो रही हैं। नवंबर महीने में 32 सड़क हादसे हुए। इन हादसों में 24 लोगों ने जान गंवाई और 22 लोग घायल हुए। लगातार हादसों के बाद भी डग्गामारी पर अंकुश नहीं लग रहा है। वहीं तेज रफ्तार, लापरवाही, और यातायात नियमों की अनदेखी भी इन हादसों के पीछे प्रमुख कारण माने जा रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस लोगों से सड़क पर अधिक सतर्कता बरतने और हेलमेट, सीट बेल्ट जैसी सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील कर रही है। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क हादसों को रोकने के लिए केवल जागरूकता ही पर्याप्त नहीं है। नियमों का सख्ती से पालन, सड़क पर गति सीमा पर नियंत्रण, और ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता बेहद जरूरी है। यातायात प्रभारी प्रमोद कुमार मान का कहना है कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए ट्रैफिक पुलिस प्रयासरत है।
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