दलित महिला की मौत पर अर्थी बनाने से किया इंकार, हंगामा
असमोली थाना क्षेत्र के बाबूखेड़ा गांव में दलित वृद्धा की मौत हो जाने पर सैफी बिरादरी के लोगों ने अर्थी बनाने से इंकार कर दिया। इस पर दलित समाज के...
असमोली थाना क्षेत्र के बाबूखेड़ा गांव में दलित वृद्धा की मौत हो जाने पर सैफी बिरादरी के लोगों ने अर्थी बनाने से इंकार कर दिया। इस पर दलित समाज के लोगों ने गांव में हंगामा किया और पुलिस को सूचना दी। पड़ोस के गांव से बढ़ई को बुलाकर अर्थी बनवाई गई और वृद्धा के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
थाना क्षेत्र के गांव बाबूखेड़ा में शनिवार रात को वृद्ध दलित महिला इंद्रवती उर्फ बुधिया की स्वाभाविक मौत हो गई। मृतका के परिजन रविवार की सुबह अर्थी बनाने का काम करने वाले सैफी बिरादरी के लोगों के पास पहुंचे। एक के बाद एक वह चार लोगों के पास पहुंचे, लेकिन उन लोगों ने अर्थी बनाने से इंकार कर दिया। इस पर मृतका के परिवार के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और पुलिस को सूचना दी। जानकारी पाकर थाना प्रभारी राकेश कुमार गांव पहुंचे और उन्होंने अर्थी बनाने वाले लोगों से जानकारी ली। इसी बीच मृतका के परिजन पड़ोस के गांव ढकिया गालबपुर से अर्थी बनाने वाले को बुलाकर ले आए और अर्थी बनवाने के बाद वृद्ध महिला के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए गंगाघाट पर ले गए। थाना प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि अर्थी बनाने वाले लोगों को कोई अन्य काम था। ऐसे में पड़ोस के गांव से बढ़ई को बुलाकर अर्थी बनवा दी गई।