
सियासी रंजिश में हुई थी भाजपा नेता की हत्या, ब्लॉक प्रमुख समेत छह गिरफ्तार
संक्षेप: Sambhal News - जुनावई थाना क्षेत्र में भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या का खुलासा हुआ है। सियासी रंजिश में ब्लॉक प्रमुख रवि यादव और उसके पिता महेश यादव ने हत्या की साजिश रची थी। हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर को पांच लाख...
जुनावई थाना क्षेत्र में भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या का मंगलवार को पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। सियासी रंजिश में जुनावई ब्लॉक प्रमुख रवि यादव और उसके पिता महेश यादव ने हत्या की साजिश रची थी। हत्या के लिए हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर को पांच लाख की सुपारी दी गई थी। हत्या को अंजाम देने के लिए जहरीले इंजेक्शन का इस्तेमाल किया गया, जिससे यह एक प्राकृतिक मृत्यु लगे। हत्याकांड के 15 दिन बाद पुलिस ने ब्लाक प्रमुख समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि दो आरोपी अभी फरार चल रहे हैं। वहीं पुलिस ने इस मामले में हत्यारोपियों को शरण देने पर कासगंज जिले के सोरों के नगर पंचायत अध्यक्ष के पति सुधीर कुमार उर्फ पप्पू यादव को भी गिरफ्तार किया है। एसपी ने घटना का खुलासा करने पर टीम को 25 हजार का नकद इनाम दिया है।

जुनावई थाना क्षेत्र के दबथरा हिमंचल गांव में 10 मार्च को भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की बाइक सवार तीन बदमाशों ने उनके घेर में जहरीला इंजेक्शन देकर हत्या कर दी थीा। मंगलवार को बहजोई एसपी कार्यालय में घटना का खुलासा करते हुए एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि यह हत्या राजनीतिक रंजिश का नतीजा थी। ब्लाक प्रमुख रवि यादव के पिता महेश यादव को शक था कि गुलफाम सिंह उनके बेटे के खिलाफ ब्लॉक प्रमुखी में अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश कर रहे थे। प्रमुख चुनाव में गुलफाम का बेटा कुछ वोटों के अंतर से रवि से हार गया था। जो आगे उनकी प्रमुखी के लिए बड़ा रोड़ा बन सकता था। इसको लेकर महेश ने गुलफाम को रास्ते से हटाने की तैयारी की। 19 नवंबर 2024 से महेश ने हत्या की योजना बनानी शुरू की। हत्या के लिए महेश यादव ने धर्मवीर उर्फ धम्मा नामक हिसट्रीशीटर से संपर्क किया, जो उस समय बरेली सेंट्रल जेल में बंद था। महेश ने उसकी जमानत और अन्य खर्चों के लिए ₹35,000 खर्च किए और जेल से बाहर आने पर एक लाख रुपये देकर उसका ट्रैक्टर छुड़वाया। बदले में धर्मवीर ने हत्या को अंजाम देने की हामी भरी। उसको पांच लाख की सुपारी दी गई। हत्या के लिए खास तौर पर रवि ने अपने एक साथी विकास से संपर्क कर बिलारी से जहरीला इंजेक्शन लिया। इसके बाद हिस्ट्रीशीटर धर्मवीर ने अपने दो अन्य साथियों मुकेश और नेमपाल के साथ गुलफाम सिंह की दिनचर्या की रेकी की। इसके बाद 10 मार्च को तीनों ने बाइक से आकर गुलफाम सिंह को इंजेक्शन लगाया और तुरंत फरार हो गए। पुलिस को भ्रमित करने के लिए साजिशकर्ताओं ने हत्या के बाद एक-दूसरे से दूरी बना ली ताकि किसी को शक न हो। बाद में हत्यारोपी कासगंज रिश्तेदारी में जाकर छुप गए। पुलिस ने सीसीटीवी एवं अन्य सूत्रों की मदद से हत्याकांड का पंद्रह दिन बाद खुलासा कर दिया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
जुनावई ब्लॉक प्रमुख रवि यादव और उसका पिता महेश यादव, मुकेश यादव पुत्र छत्तर यादव, विकास पुत्र शिवनारायण निवासी ग्राम बिधौती फाजिलपुर, रामनिवास उर्फ नारदा पुत्र भीम सिंह निवासी बसल की मढैया थाना कैलादेवी और कासगंज जिले के सोरों के नगर पंचायत अध्यक्ष के पति सुधीर कुमार उर्फ पप्पू यादव। एसपी ने बताया कि पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 191(2), 191(3), 190, 103(1), 123, 333, 352 और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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