पंचायत चुनाव : बसों की कमी, ट्रक-डीसीएम से भी जाएंगी पोलिंग पार्टी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर संभल जिले में पहली बार पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने में ट्रक और डीसीएम का इस्तेमाल होगा। दरअसल,...
संभल। हिन्दुस्तान संवाद
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर संभल जिले में पहली बार पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने में ट्रक और डीसीएम का इस्तेमाल होगा। दरअसल, जनपद में भरपूर बसों की व्यवस्था नहीं होने के कारण परिवहन विभाग गुड्स व्हीकल यानी ट्रक व डीसीएम को की व्यवस्था करेगा। इन वाहनों से नजदीकी के मतदान केंद्रों तक पोलिंग पार्टियों को पहुंचाया जाएगा।
जनपद के आठ विकास खंडों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर करीब एक हजार वाहनों का अधिग्रहण और वाहन स्वामियों को आदेश तामील कराने का कार्य अंतिम चरण में है। पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के 609 भारी वाहनों की जरूरत है। इस श्रेणी में बसें आती हैं लेकिन जनपद में सिर्फ 300 बसों की व्यवस्था हो पा रही है। इस स्थिति में परिवहन विभाग ने नजदीक के मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टियों को पहुंचाने के लिए गुड्स व्हीकल यानी ट्रक व डीसीएम का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। एआरटीओ अम्बरीश कुमार ने बताया कि दूसरे जिलों में इस व्यवस्था को अपनाया गया है। जनपद संभल में अब नजदीक के मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टियों को पहुंचाने के लिए डीसीएम और ट्रक का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे मतदान केंद्रों की सूची के हिसाब से वाहनों की संख्या जुटाई जा रही है, जो ब्लाक मुख्यालयों से नजदीक है। मतदान केंद्रों की दूरी कम होने के कारण पोलिंग पार्टियों के कार्मिकों को भी दिक्कतें नहीं होंगी और समय से मतदान केंद्रों पर पहुंच जाएंगे। बहरहाल, जनपद में पहली बार पोलिंग पार्टियों को ट्रक और डीसीएम से मतदान केंद्रों तक जाना पड़ेगा। मतदान कार्मिकों को थोड़ी बहुत समस्या होना लाजिमी है।