पहले दुष्कर्म फिर फैसले का दबाव, पुलिस नहीं सुनी तो दे दी जान
संभल जनपद के कुढ़फतेहगढ़ थाना इलाके में पुलिस की अनदेखी किशोरी की मौत का कारण बन गया। सामूहिक दुष्कर्म की घटना के एक महीना बाद भी पुलिस ने आरोपियों...

संभल जनपद के कुढ़फतेहगढ़ थाना इलाके में पुलिस की अनदेखी किशोरी की मौत का कारण बन गया। सामूहिक दुष्कर्म की घटना के एक महीना बाद भी पुलिस ने आरोपियों को नहीं पकड़ा। वहीं आरोपी किशोरी पर फैसले का दबाव बनाते रहे। आहत किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। अटवां गांव में नाबालिग गैंगरेप पीड़िता अपने ही घर में फांसी के फंदे पर लटकी मिली।
16 वर्षीय किशोरी की मां ने 15 जुलाई को बेटी के साथ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने एक के खिलाफ मामला दर्ज किया था जबकि पीड़िता ने अदालत में चार लोगों का नाम लेकर गैंगरेप करने की बात बताई थी। किशोरी की मां का कहना है कि पुलिस ने चार में से एक भी आरोपी को नहीं पकड़ा। यह लोग गांव में ही रह रहे थे और मुकदमे में फैसले का दबाव बनाते हुए फैसला नहीं करने पर परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इसको लेकर नाबालिग किशोरी मानसिक रूप से काफी तनाव में थी। इसी के चलते उसने अपने ही घर में फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली।
