पुरातत्व विभाग ने बावड़ी की जमीन पर अतिक्रमण की कराई पैमाइश
Sambhal News - मोहल्ला लक्ष्मणगंज में एक सप्ताह से बावड़ी की खोदाई चल रही है। एएसआई और राजस्व विभाग की टीम ने अतिक्रमण की जांच की। बावड़ी का रकबा 400 वर्ग मीटर दर्ज है, लेकिन केवल 210 वर्ग मीटर पर ही खोदाई हो रही...

मोहल्ला लक्ष्मणगंज में पिछले एक सप्ताह से बावड़ी की खोदाई की जा रही है। शनिवार को आठवें दिन सुबह नौ बजे खुदाई शुरु हो गई। बावड़ी की जमीन पर अतिक्रमण किए जाने के कारण एएसआई की टीम ने राजस्व विभाग की टीम से पैमाइश कराई गई। इस दौरान मेरठ से पहुंचे एएसआई के अधिकारी ने बावड़ी का निरीक्षण किया और अपने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। शानिवार को हालंकि मौसम की खराबी व सुबह हुई बारिश के कारण खोदाई होने के आसार कम ही दिखाई दे रहे थे, लेकिन नौ बजे के बाद मौसम काफी साफ हो गया था। जिसके बाद बावड़ी पर खोदाई शुरू करा दी गई। बावड़ी के दोनों की सड़कें उसकी सीमा में आ रही है। क्योंकि यह सड़के बावरी की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाई गई हैं। राजस्व अभिलेखों में बावड़ी का रकबा 400 वर्ग मीटर दर्ज है। जबकि मौके पर मात्र 210 वर्ग मीटर रकबा है। शेष रकबे पर किसने अतिक्रमण कर लिया है। इसके लिए सुबह दो लेखपाल पहुंचे और पैमाइश की l 400 वर्ग मीटर दायरे में रहने वाले सभी मकानों के बैनामे भी मंगाए गए है। पैमाइश के दौरान बावड़ी का काफी हिस्सा सीढ़ियों के पीछे बने एक मकान के नीचे दिखाई दे रहा है। जिसकी खोदाई की कराई जा रही है। इसी बीच मेरठ परिक्षेत्र के एएसआई प्रभारी विनोद कुमार रावत बावड़ी पहुंचे और अंदर जाकर अपनी अधीनस्थों के साथ निरीक्षण किया। वह बावड़ी अंदर जाकर चारों ओर घूमे, इसके बाद ऊपर आकर जायजा लिया। बावड़ी के रकबे के बारे में बताया गया। साथ ही जानकारी दी गई कि मकान बनाकर बावड़ी की जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। एएसआई प्रभारी ने अधीनस्थों को निर्देश दिया कि मकान की नींव के नीचे लंबाई में खोदाई न कराकर गहराई में कराएं। एएसआई प्रभारी ने बताया कि इस बावड़ी आकार व डिजाइन में होती है। इसी तरह की बावड़ी अमरोहा जनपद में भी निकली है। जिलाधिकारी से इसके बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। वहीं मजदूरों द्वारा लगातार बावड़ी की खोदाई कर मिटटी बाहर निकाली जा रही है। अब तक बावड़ी की तस्वीर काफी साफ हो चुकी है। केवल बावड़ी के बीच की खोदाई होना शेष है।
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