धड़ल्ले से चल रहे अवैध पैथोलॉजी लैब और अल्ट्रासाउंड सेंटर
Sambhal News - संबल जनपद में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के कारण अवैध पैथोलॉजी लैब और सेंटर संचालित हो रहे हैं। हाल की छापेमारी में कई अनियमितताएं सामने आईं हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन केंद्रों में कोई योग्य...

जनपद में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते अभी भी कई अवैध पैथोलॉजी लैब और सेंटर बिना किसी योग्य पैथोलॉजिस्ट या रेडियोलॉजिस्ट के धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। जबकि जनपद में जिला अस्पताल को छोड़कर कहीं भी स्थायी पैथोलॉजिस्ट नहीं है। चार दिन पूर्व हुई छापेमारी में दलालों के नाम सामने आने के बाद इसका खुलासा हुआ। इन लैब व सेंटर के संचालन में स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग इन सेंटरों की पहचान कर छापेमारी की तैयारी शुरू कर दी है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने चेताया है कि अब किसी भी अवैध पैथोलॉजी या अल्ट्रासाउंड सेंटर को खुलेआम संचालित नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध लैब या सेंटर की जानकारी तत्काल पुलिस या स्वास्थ्य विभाग को दें। प्रशासन की इस कार्रवाई से मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। अधिकारी बता रहे हैं कि बिना प्रशिक्षित स्टाफ और बिना पंजीकरण के संचालित होने वाले ये केंद्र मरीजों की जान के लिए गंभीर खतरा बने हुए थे। जिले भर में इन अवैध संस्थानों की संख्या बढ़ रही थी, जिससे लोगों में डर और असुरक्षा की स्थिति बनी हुई थी। कर्मचारी ही चलाते हैं अवैध अस्पतालों का रैकेट संभल। छापेमारी अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारी और अधिकारियों के निजी ड्राइवर सीधे तौर पर अवैध अस्पतालों और क्लीनिक संचालकों से वसूली में शामिल थे। छापेमारी के दौरान जिले में 31 चिन्हित अस्पतालों में से 19 पर गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। जिनमें सभी पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग के वार्ड ब्वॉय और फिजियोथेरापिस्ट के नाम भी शामिल हैं। पकड़े गए चार दलालों में एक स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी का निजी ड्राइवर भी शामिल था। अधिकारियों का शह पर ये झोलाछाप अस्पताल और क्लीनिक संचालित होते थे, और प्रत्येक मरीज या अवैध गतिविधि से संबंधित वसूली डायरी में दर्ज की जाती थी। जांच में यह भी सामने आया कि दो बड़े अधिकारी सीधे तौर पर इन अवैध गतिविधियों में संलिप्त थे। सलारपुर, सौंधन, असमोली, गुमसानी, सिरसी में झोलाछापों के हौंसले बुलंद पुलिस प्रशासन की छापेमारी के बाद भी झोलाछापों के हौसले बुलंद हैं। जनपद के सलारपुर, सौंधन, असमोली, गुमसानी, सिरसी में अभी भी धड़ल्ले से अवैध रूप से क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा संभल के सरायतरीन, हिलाली सराय, हल्लू सराय समेत कई गली मुहल्ले व गांवों में अभी धड़ल्ले से झोलाछापों के क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। कई झोलाछाप तो हाईस्कूल व इंटर फेल डाक्टर बन कर मरीजों का उपचार करने के बहाने उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। क्षेत्र में सक्रिय है फर्जी नोडल गिरोह संभल l जनपद में प्रशासन द्वारा चल रहे अवैध अस्पतालों की धड़ पकड़ की आड़ में कुछ तथाकथित छापामार गिरोह ने नगर के आसपास चल रहे मेडिकल तथा डॉक्टरों को शिकार बना रखा है l छापामार गिरोह उन्हें हड़काते हैं तथा उनकी वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं l वीडियो का सौदा करने के लिए उन्हें अपने कार्यालय पर बुलाते हैं l बिना पंजीकृत डॉक्टर उनकी बातों में आ जाते हैं l उन्हें पैसे देने पर मजबूर हो जाते हैं l जनपद में झोलाछाप क्लीनिक के साथ अवैध रूप से पैथोलॉजी लैब व अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित होने की जानकारी मिली है। जिन पर पैथोलॉजिस्ट और रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। जो कभी कभार बाहर से बुलाए जाते हैं। जिसकी आड़ में यह चल रहा है। इनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। जल्द इन पर छापेमारी कर उन्हें भी बंद कराया जाएगा। पुलिस प्रशासन के सहयोग से यह कार्रवाई आगे भी निरंतर जारी रहेगी। - डा. तरुण पाठक, सीएमओ, संभल जनपद में अवैध रूप से पैथोलॉजी लैब व अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं। जहां पर कोई पंजीकृत विशेषज्ञ नहीं है। कलेक्शन सेंटर की आड़ में लैब तैयार कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इनकी जांच में पुष्टि हुई है। इन पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। - अनुकृति शर्मा, एएसपी दक्षिणी, संभल
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